Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation | NCERT English First Flight Prose Chapter 9

खुलकर सीखें के इस ब्लॉगपोस्ट Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation में हम Class 10 NCERT English First Flight Prose Chapter 9 यानि Madam Rides the Bus Class 10 का लाइन बाई लाइन करके Hindi Explanation करना सीखेंगे।

लेकिन सबसे पहले Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation के अंतर्गत हम Madam Rides the Bus Class 10 के About the Author और फिर About the Lesson के बारे में पढ़ेंगे और उसके बाद Madam Rides the Bus Summary को Hindi और English में देखेंगे। अंत में हम इस चैप्टर Madam Rides the Bus के एक एक लाइन का हिंदी अनुवाद करना भी सीखेंगे।

Madam Rides the Bus Class 10

Madam Rides the Bus जिसका हिंदी अर्थ होगा – महोदया बस की सवारी करती हैं। इस चैप्टर को Vallikkannan ने लिखा है जो एक भारतीय तमिल लेखक, पत्रकार, आलोचक और अनुवादक थे। चलिए Vallikkannan के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।

Madam Rides the Bus About the Author

The real name of Vallikkannan was R. S. Krishnaswami Iyer. He adopted the pen name Vallikkannan for his literary works. He was an Indian Tamil writer, journalist, critic, and translator who is known for his contributions to the field of Indian English literature. He was born on November 12, 1920, in Tamil Nadu, India.

Vallikkannan was a prolific writer and translator, who authored several books and articles on literature, language, and education. He is particularly known for his translations of Tamil literature into English, which helped to introduce the rich literary tradition of Tamil Nadu to a wider audience.

Vallikkannan’s contributions to Indian English literature and education have been widely recognized. He has received several awards and honors for his work, including the Sahitya Akademi Award for Translation in 1978.

He passed away on November 9, 2006, leaving behind a legacy of creativity that continues to inspire generations of students and writers in India and beyond.

Madam Rides the Bus About the Author in Hindi

वल्लिक्कन्नन का असली नाम आर.एस. कृष्णास्वामी अय्यर था। उन्होंने अपने साहित्यिक कार्यों के लिए निक नेम वल्लिक्कन्नन को अपनाया। वह एक भारतीय तमिल लेखक, पत्रकार, आलोचक और अनुवादक थे, जिन्हें भारतीय अंग्रेजी साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उनका जन्म 12 नवंबर, 1920 को तमिलनाडु, भारत में हुआ था।

वल्लिक्कन्नन एक विपुल लेखक और अनुवादक थे, जिन्होंने साहित्य, भाषा और शिक्षा पर कई किताबें और लेख लिखे। उन्हें विशेष रूप से तमिल साहित्य को अंग्रेजी में अनुवाद करने के लिए जाना जाता है, जिसने व्यापक दर्शकों के लिए तमिलनाडु की समृद्ध साहित्यिक परंपरा को पेश करने में मदद की।

भारतीय अंग्रेजी साहित्य और शिक्षा में वल्लिक्कन्नन के योगदान को व्यापक रूप से मान्यता दी गई है। उन्हें अपने काम के लिए कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए हैं, जिसमें 1978 में अनुवाद के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार भी शामिल है।

9 नवंबर, 2006 को उनका निधन हो गया, जो अपने पीछे रचनात्मकता की एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जो भारत और उसके बाहर छात्रों और लेखकों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रही है।

Madam Rides the Bus About the Lesson

The story ‘Madam Rides the Bus’ revolves around the experiences of an eight year old little girl who collects money to travel by bus. The girl is referred to as “Madam” in the story, and is depicted as quite reserved and unassuming. However, as she boards the bus for the journey, she begins to notice the other passengers and their various quirks and idiosyncrasies. What does she do in the bus? It is described in this story.

Madam Rides the Bus About the Lesson in Hindi

कहानी ‘मैडम राइड्स द बस’ एक आठ वर्षीय छोटी बच्ची के अनुभवों के इर्द-गिर्द घूमती है जो बस से यात्रा करने के लिए पैसे इकठ्ठा करती है। कहानी में लड़की को “मैडम” के रूप में संदर्भित किया गया है, और उसे काफी आरक्षित और निश्छल के रूप में दर्शाया गया है। हालाँकि, जब वह बस में यात्रा के लिए बैठती है, तो वह अन्य यात्रियों और उनके विभिन्न विचित्रताओं और मूर्खताओं को नोटिस करना शुरू कर देती है। वह बस में क्या-क्या करती है? इसका वर्णन इस कहानी में किया गया है।

Madam Rides the Bus Class 10 Summary

The story ‘Madam Rides the Bus’ depicts the sensitive story of Valliyamai, an eight-year-old Tamil girl. People used to call Valliammai as Valli. Valli was always eager to see the outside world. She didn’t have any friends to play games with. Therefore, her favorite pastime was to stand at the door of her house and watch what was happening on the street outside. Every day she watched people get on and off the bus that traveled between her village and the nearest town.

A bus full of passengers used to fill her with a feeling of immense joy. She had a burning desire to ride the bus to experience the blissful experience of an adventurous bus journey. So, she gathered information about bus fares and timings by overhearing the conversations of people riding the bus. She soon learned that the bus journey from her village to the nearest town was about six miles. And the bus fare was thirty paise for a one-way ride. So, Valli started saving enough money to ride the bus.

Valli planned to travel by bus in the afternoon when her mother was asleep. She was waiting for the bus by the side of the road. As soon as the bus arrived, she told the conductor that she wanted to go to the city. The conductor was a funny and jovial person. He addressed her as ‘Madam’ and asked her to board the bus and take her seat. She quickly boarded the bus and sat on her seat.

She noticed that the bus was painted in green and white stripes and looked brand new. The seats on the bus were luxurious and the ride was comfortable. During her journey, Valli enjoyed seeing the greenery and natural beauty outside the bus. She was thoroughly enjoying her bus ride and was astonished when she saw a young cow running wildly in front of the bus. The driver honked loudly as soon as the cow crossed the road. It was a fascinating experience for Valli.

As the passengers got down at their respective stops, the bus started emptying. The bus stopped at its stop, and the conductor asked her if she would like to walk around the city, but she told him that she had limited money which she would need for the return bus ride. The conductor smiled casually at her reply. Valli hopped on the bus and took a ticket from the conductor to return to her village.

As the bus started again, she saw a dead cow and realized that it was the same cow that was running wildly in front of the bus when it came to town. She was deeply saddened to see the bleeding cow and understood the meaning of life and death from this incident. Soon, the bus dropped her at the bus stop near her house and she returned home on time. Thus, no one in her family knew about her adventurous bus trip, which she had decided on her own without their knowledge.

Overall, “Madame Rides the Bus” is a touching and thought-provoking story that encourages readers to consider their own attitudes and behavior toward others.

Madam Rides the Bus Class 10 Summary in Hindi

यह कहानी ‘मैडम राइड्स द बस’ आठ साल की एक तमिल लड़की वल्लियामाई की संवेदनशील कहानी को दर्शाती है। वल्लियामाई को लोग ‘वल्ली’ कहकर पुकारते थे। वल्ली हमेशा बाहरी दुनिया को देखने के लिए उत्सुक रहती थी। उसके साथ खेल खेलने के लिए कोई दोस्त नहीं होता था। इसलिए, उसका पसंदीदा समय अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर बाहर सड़क पर जो कुछ हो रहा था उसे देखना था। वह प्रतिदिन लोगों को उस बस से उतरते और चढ़ते देखती थी जो उसके गाँव और निकटतम कस्बे के बीच यात्रा करती थी।

यात्रियों से भरी बस उसे असीम आनंद की भावना से भर देती थी। साहसिक बस यात्रा का आनंदमय अनुभव लेने के लिए उसे बस की सवारी करने की तीव्र इच्छा हुई। इसलिए, उसने बस की सवारी करने वाले लोगों की बातचीत सुनकर बस की किराया और समय के बारे में जानकारी एकत्र की। जल्द ही उसे पता चल गया कि उसके गाँव से निकटतम शहर तक की बस यात्रा लगभग छह मील की थी। और एक तरफ की सवारी के लिए बस का किराया तीस पैसे था। इसलिए, वल्ली ने बस में सवारी करने के लिए पर्याप्त पैसे बचाने शुरू कर दिए।

वल्ली ने दोपहर के समय बस में यात्रा करने की योजना बनाई जब उसकी माँ सो रही होती थीं। वह सड़क के किनारे बस का इंतजार कर रही थी। जैसे ही बस आई, उसने कंडक्टर से कहा कि वह शहर जाना चाहती है। कंडक्टर एक मजाकिया और खुशमिजाज व्यक्ति था। उसने उसे ‘मैडम’ कहकर संबोधित किया और उसे बस में बैठने और अपनी सीट लेने के लिए कहा। वह जल्दी से बस में चढ़ गई और अपने सीट पर बैठ गई।

उसने देखा कि बस हरे और सफेद रंग की धारियों में रंगी हुई थी और बिल्कुल नई लग रही थी। बस की सीटें शानदार थीं और सवारी आरामदायक थी। अपनी यात्रा के दौरान, वल्ली ने बस से बाहर की हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता को देखने का आनंद लिया। वह पूरी तरह से अपनी बस की सवारी का आनंद ले रही थी और जब उसने एक जवान गाय को देखा जो बस के सामने बेतहाशा भाग रही थी तो वह चकित रह गई। गाय के सड़क पार करते ही चालक ने जोरदार हॉर्न बजाया। वल्ली के लिए यह एक आकर्षक अनुभव था।

जैसे ही यात्री अपने-अपने स्टॉप पर उतरे, बस खाली होने लगी। बस अपने स्टॉप पर रूकी, कंडक्टर ने उससे पूछा कि क्या वह शहर में घूमना चाहेगी, लेकिन उसने उससे कहा कि उसके पास सीमित पैसे हैं जो उसे वापसी बस की सवारी के लिए चाहिए। कंडक्टर उसके जवाब पर लापरवाही से मुस्कुराया। वल्ली बस में रुकी और अपने गांव लौटने के लिए कंडक्टर से टिकट लिया।

जैसे ही बस फिर से शुरू हुई, उसने एक मरी हुई गाय को देखा और महसूस किया कि यह वही गाय थी जो शहर आते समय बस के सामने बेतहाशा भाग रही थी। लहूलुहान गाय को देखकर वह बहुत दुखी हुई और उसे इस घटना से जीवन और मृत्यु का अर्थ समझ में आया। जल्द ही, बस ने उसे उसके घर के पास बस स्टॉप पर छोड़ दिया और वह समय पर घर लौट आई। इस प्रकार, उसके परिवार में कोई भी उसकी साहसिक बस यात्रा के बारे में नहीं जानता था, जिसे उसने बिना उनकी जानकारी के खुद ही तय किया था।

कुल मिलाकर, “मैडम राइड्स द बस” एक मार्मिक और विचारोत्तेजक कहानी है जो पाठकों को दूसरों के प्रति अपने दृष्टिकोण और व्यवहार पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation

अब हम Class 10 NCERT English First Flight Prose Chapter 9 यानी Madam Rides the Bus Class 10 Paragraph Explanation करना शुरू करते हैं।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-1

There was……………………experiences.

वल्लियामाई नामक एक लड़की थी जिसे संक्षेप में वल्ली नाम से पुकारा जाता था। उसकी आयु आठ वर्ष की थी और वह चीजों के बारे में जानने की तीव्र उत्सुक थी उसका पसंदीदा मनोरंजन अपने घर के दरवाजे में खड़े होकर, बाहर गली में होने वाली घटनाओं को देखना था। उसकी गली में उसकी आयु के बच्चे साथ खेलने के लिए नहीं थे और उसे इसीलिए यह सब कुछ करना पड़ता था।
परंतु वल्ली के लिए दरवाजे में खड़े होने का प्रत्येक क्षण इतना आनन्ददायक था जितना की दूसरे बच्चों का कोई खेल होता था। गली को देखने से उसे कई प्रकार के नए असाधारण अनुभव प्राप्त हुए।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-2

The most……………………disapproval.

सबसे अधिक आकर्षक चीज वह बस थी जो उसके गाँव से नजदीकी कस्बे के बीच चलती थी। यह हर घण्टे में उसकी गली से गुजरती थी, एक बार कस्बे की ओर जाते हुए और एक बार वापस आते हुए। बस का नजारा, हर बार उसमें नए-नए यात्रियों का होना, वल्ली के लिए समाप्त न होने वाले आनन्द का स्रोत था।
दिन प्रतिदिन वह बस को देखा करती थी और धीरे-धीरे एक छोटी-सी इच्छा उसके मन में आई और तीव्र होती चली गई। वह केवल एक बार उस बस में सवारी करना चाहती थी। उसकी इच्छा दिनों दिन बलवती होती चली गई और एक तीव्र लालसा बन गई। वल्ली उदासी से उन लोगों की ओर एकटक देखा करती थी जो बस में सवार होते और उतरते थे। जब बस गली के कोने पर रुकती थी। उनके चेहरे, उसके अन्दर तड़प, सपनों और आशाओं की ज्योति जलाते थे। यदि उसके दोस्तों में से कोई में सवारी करता था और उसके सामने शहर का वर्णन करने की कोशिश करता, तो वल्ली को उसकी बात सुनकर ईर्ष्या होती और अंग्रेजी में चिल्लाती, “घमंडी! घमंडी!” न तो यह स्वयं और न ही उसके दोस्त वास्तव में इस शब्द का अर्थ समझते थे, लेकिन ये प्रायः इसका प्रयोग अनौपचारिक रूप से असहमति व्यक्त करने के लिए करते थे।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-3

Over many……………………and replanned.

कई दिनों और महीनों तक वल्ली ने अपने पड़ोसियों और उन लोगों की बातें ध्यानपूर्वक सुनी थी जो नियमित रूप से बस का प्रयोग किया करते थे और वह कुछ समझदारी पूर्ण प्रश्न भी इधर-उधर से पूछा करती थी। इस प्रकार उसने बस की यात्रा के बारे में अनेकों छोटी-छोटी जानकारियाँ प्राप्त कर लीं। कस्बा उसके गांव से 6 मील दूर था। एक तरफ का किराया 30 पैसे था, “जो कि नहीं के बराबर था।” उसने एक अच्छी पोशाक पहने हुए आदमी से सुना था, लेकिन वल्ली के लिए जो एक महीने से दूसरे महीने तक मुश्किल से ही इतने पैसे देखती थी, यह एक अच्छी खासी रकम थी। शहर तक की यात्रा को 45 मिनट लगते थे। शहर में पहुँचकर यदि वह अपनी सीट पर बैठी रहती और दुबारा से 30 पैसे देती, तो वह उसी बस से वापस आती थी। इसका अर्थ यह था कि वह दोपहर वाली एक बजे की बस पकड़ सकती थी, वह एक बजकर पैंतालीस मिनट तक शहर पहुँच सकती थी और घर वापस 2 बजकर 45 मिनट पर आ सकती थी। उसके विचार आगे बढ़ते गए जब वह गणना करती और दुबारा गणना करती, योजना बनाती और दुबारा योजना बनाती……..।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-4

Well,……………………help me.”

खैर, बसन्त के एक सुहावने दिन दोपहर बाद वाली बस गाँव से रवाना होने वाली थी और मुख्य सड़क पर मुड़ने वाली थी। तब चिल्लाती हुई एक छोटी-सी आवाज सुनाई दी, “बस को रोको! रोको! बस को” और एक छोटा-सा हाथ आदेश देता हुआ उठाया गया था।
बस धीमी होती हुई रेंगने लगी और कंडक्टर ने अपना सिर बाहर निकालते हुए कहा- “तब जल्दी करो। जिसको आना है, उसको कहो जल्दी आएं। “मैं हूँ” वल्ली चीखी। मैं अकेली हूँ जिसे बस में सवार होना है।”
अब तक बस रुक गई थी, और कंडक्टर ने कहा, “ओह, वास्तव में! तुम ऐसा नहीं कहती।”
“हाँ, मैं बस से केवल शहर जाना चाहती हूँ, वल्ली ने कहा, जो अभी भी बस से बाहर खड़ी थी,” “और ये रहे मेरे पैसे।”
उसने कण्डक्टर को कुछ सिक्के दिखाए।
“ओके ओके, परंतु पहले तुम बस में चढ़ जाओ, “कण्डक्टर ने कहा, और उसकी चढ़ने में सहायता करने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया।
“बुरा मत मानना,” उसने कहा, “मैं खुद बस में चढ़ सकती हूँ। तुम्हें मेरी सहायता करने की आवश्यकता नहीं है।”

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-5

The conductor……………………luxurious.

कंडक्टर एक हंसमुख मजाक करने वाला का शौकीन आदमी था “ओह, कृपया मुझसे नाराज न हो, मेरी अच्छी मैडम,” उसने कहा। “यहाँ ठीक सामने सीट पर बैठ जाओ। कृपया प्रत्येक एक तरफ हो जाएँ और मैडम के लिए रास्ता दें।”
यह दिन का समय था, और बस में केवल छह या सात यात्री थे। वे सभी वल्ली की ओर देख रहे थे और कंडक्टर के साथ हंस रहे थे। वल्ली को लज्जा महसूस हो रही थी। प्रत्येक की नजर (आँखों) से बचते हुए, वह तेजी से एक खाली सीट तक गई और बैठ गई।
“क्या अब हम चल सकते हैं मैडम?” कंडक्टर ने मुस्कुराते हुए पूछा। तब उसने अपनी सीटी दो बार बजाई और बस एक दहाड़ के साथ आगे बढ़ी। यह एक नई बस थी, इसके बाहरी साइडों पर हरी पट्टियों के साथ चमकीला सफेद पेट किया गया था। अंदर की तरफ, सिर के ऊपर के डंडे चांदी की तरह चमकते थे। वल्ली के ठीक सामने, शीशे के ऊपर एक सुंदर घड़ी लगी हुई थी। सीटें कोमल और आरामदायक थी।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-6

Valli……………………sit down.”

वल्ली ने सब कुछ आँखों से देखा। परन्तु जब उसने बाहर देखना शुरू किया तो उसे पता चला कि खिड़की के निचले भाग में लगे मोटे कपड़े के कारण वह सही ढंग से नहीं देख पा रही थी इसलिए वह सीट पर खड़ी हो गई और पर्दे के ऊपर से देखने लगी। बस अब एक नहर के किनारे के साथ-साथ चल रही थी। सड़क बहुत ही संकीर्ण थी। इसके एक तरफ नहर थी, इसके पीछे पाम (खजूर) के पेड़, घास के मैदान, दूर पर्वत और नीला, नीला आकाश था। दूसरी तरफ एक गहरी खाई थी और फिर अनेकों एकड़ हरियाली से भरे खेत थे, हरियाली ही हरियाली जहाँ तक आँखें देख सकती थीं।
ओह, यह बहुत ही अद्भुत था।
अचानक वह एक करावाज सुनकर चौंकी। “सुनो, बच्ची,” आवाज ने कहा, “तुम इस तरह खड़े नहीं होना चाहिए। बैठ जाओ।”

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-7

Sitting down,……………………my!”

नीचे बैठते हुए उसने देखा कि कौन व्यक्ति बोला था। वह एक बूढ़ा आदमी था जो वास्तव में ही उसके लिए चिंतित हो उठा था, लेकिन वह उसके ध्यान देने के कारण नाराज थी।
वहाँ पर कोई नहीं है जो एक बच्ची हो, उसने गर्व से कहा, “मैंने प्रत्येक यात्री की भांति तीस पैसे किराया दिया है।” कंडक्टर ने दखल दिया। ओह, सर, परन्तु यह बड़ी लेडी है। क्या आप सोचते हैं कि केवल एक बच्ची अपना स्वयं का किराया अदा कर सकती है। वल्ली ने गुस्से से कंडक्टर की ओर देखा और कहा, “मैं एक मैडम नहीं हूँ। कृपया इसे याद रखें और तुमने मुझे अभी तक मेरी टिकट नहीं दी है।”
“मैं याद रखूंगा।” कंडक्टर ने कहा, उसकी आवाज की नकल करते हुए हर कोई हंसा, और धीरे-धीरे वल्ली भी हँसने लगी।
कंडक्टर ने एक टिकट काटी और उसको दे दी। बैठ जाओ और अपने आप को आराम दो। तुम्हें क्यों खड़ा रहना चाहिए, जब तुमने एक सीट के लिए पैसे अदा किए हैं?”
“क्योंकि मैं खड़ी होना चाहती हूँ।” उसने दोबारा खड़े होते हुए उत्तर दिया।
“परन्तु यदि तुम सीट पर खड़ी होती हो, तो जब बस एक नुकीला मोड़ लेगी या एक गड्ढे में से गुजरेगी तो तुम गिर सकती हो। यही कारण है कि हम चाहते हैं कि तुम बैठ जाओ, बच्ची।”
“मैं एक बच्ची नहीं हूँ, मैं तुम्हें बता रही हूँ।” उसने चीखकर कहा, “मेरी आयु आठ वर्ष है।” “अवश्य, अवश्य में कितना मूर्ख हूँ! आठ वर्ष…….मेरा।”

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-8

The bus……………………a person?

बस रुकी, कुछ नए यात्री बस में सवार हुए, और कंडक्टर कुछ समय के लिए व्यस्त हो गया। अपनी सीट के खो जाने के भय से, वल्ली आखिर में बैठ गई।
एक बूढ़ी औरत आई और उसके पास बैठ गई। “क्या तुम अकेली हो प्रिय?” जब बस चली तो उसने वल्ली से पूछा।
वल्ली को वह औरत पूर्ण रूप से घृणित लगी। उसके कानों में बड़े-बड़े सुराख थे और उनमें बहुत ही भद्दी-सी बालियाँ थी। और वह पान चबा रही थी जिसकी उसे गंध आ रही थी और पान का रस किसी समय भी उसके होठों से बाहर निकलने को हो रहा था। उह! इस प्रकार के व्यक्ति के साथ कौन सामाजिक व्यवहार कर सकता था?

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-9

“Yes,……………………staring out.

“हाँ मैं अकेली यात्रा कर रही हूँ।” उसने रूखेपन से जवाब दिया। “और मेरे पास टिकट भी है।”
“हाँ, वह शहर जा रही है, कंडक्टर ने कहा। “तीस पैसे के टिकट के साथ।”
“ओह, तुम अपने काम से काम क्यों नहीं रखती,” वल्ली ने कहा। लेकिन फिर भी वह हँसी, और कंडक्टर भी हँसा।
परंतु वह बूढी औरत अपनी बदतमीजी के साथ जारी रही। “क्या इतनी छोटी बच्ची को अकेले यात्रा करना उचित है? क्या तुम ठीक ढंग से जानती हो कि कस्बे में तुम कहाँ जा रही हो? कौन सी गली है? मकान नम्बर क्या है ?”
“तुम्हें मेरे बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है। मैं खुद अपना ध्यान रख सकती हूँ।” वल्ली ने खिड़की की तरफ मुँह घुमाते हुए और बाहर देखते हुए कहा।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-10

Her first……………………the village.

उसकी पहली यात्रा-कितने सावधानीपूर्वक, मेहनत से, बड़ी योजना से उसे इसकी तैयारी करनी पड़ी थी। जितने भी सिक्के उसके पास आए, उसने सावधानीपूर्वक खर्च न करके बचाए थे, पिपरमेंट, खिलौने, गुब्बारे खरीदने के लालच को रोककर, और अंत में उसने साठ पैसे बचाए थे। कितना मुश्किल था वह, विशेषकर गाँव के मेले वाले दिन, परंतु उसने दृढ़ निश्चय से झूले पर बैठने की इच्छा को टाल दिया था, हाँलाकि उसके पास पैसे थे।
पर्याप्त पैसे बचाने के बाद उसकी अगली समस्या थी बिना माँ को पता चले घर से बाहर कैसे निकला जाए। पर यह उसने बिना अधिक परेशानी के कर लिया। हर रोज दोपहर के भोजन के पश्चात् उसकी माँ एक से चार बजे तक झपकी लेती थी, वल्ली हमेशा यह समय अपने ‘पिकनिक’ के लिए प्रयोग करती जब वह घर के द्वार से बाहर देखती या कई बार गाँव में बाहर निकल जाती-आज इसी समय गाँव के बाहर उसके पहले पिकनिक यात्रा के लिए प्रयोग किया जा सकता था।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-11

The bus……………………the bus.

बस कभी एक खाली भूखण्ड से गुजरती, कभी एक छोटे में कस्बे से और कभी पास की दुकानों से। कई बार बस दूसरे वाहन से टकराती दिखती जो उनकी ओर आ रहा होता या कई बार सड़क पार करते पैदल यात्रियों से। परंतु किसी तरह यह आराम से गुजर जाती, सारी रुकावटों को सुरक्षित पीछे छोड़ती, पेड़ उनकी और दौड़ते दिखाई देते परंतु बस जब उन तक पहुँचती तो दूसरी दिशा में दौड़ने से पहले एक क्षण असहाय से सड़क के किनारे खड़े दिखते।
अचानक वल्ली ने खुश होकर ताली बजाई। एक छोटी गाय, पूँछ ऊपर हवा में उठाए, उनके बस के सामने सड़क के बीच तेजी से दौड़ रही थी। बस धीमी होकर रेंगने लगी, और ड्राइवर ने तेजी से बार-बार हॉर्न बजाया। परंतु वह जितना बजाता, जानवर उतना ही डर और तेजी से दौड़ता, हमेशा बस के सामने।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-12

Somehow this……………………crowds!

किसी प्रकार यह वल्ली के लिए बहुत आनंददायी था। वह हँसती रही जब तक कि उसकी आँखों में आँसू नहीं आ गए।
“हे, लड़की, क्या तुम बहुत नहीं हँस चुकी?” कंडक्टर बोला, “कुछ कल के लिए भी बचा लो।”
अंत में गाय सड़क से उतर गई, और शीघ्र ही बस रेलवे क्रासिंग पर आई। दूर से आती गाड़ी एक धब्बे जैसे दिखती थी, जो पास आते हुए बड़ी होती गई। फिर क्रासिंग गेट से तेजी से गरजती, खड़कती बस को हिलाती चली गई। तब बस आगे बढ़ी और ट्रेन स्टेशन से निकली। वहाँ एक व्यस्त सुसज्जित दुकानों वाली गली से होते हुए, एक चौड़े आम रास्ते पर प्रविष्ट हुई। इतनी बड़ी, चमकदार दिखने वाली दुकानें। कैसे-कैसे चमकते कपड़े और दूसरे बेचने का सामान। इतनी ज्यादा भीड़।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-13

Stuck dumb……………………drink.”

“आश्चर्य से मूक होकर वल्ली ने हर चीज को देखा, तब बस रुकी और वल्ली के अतिरिक्त हर कोई उतर गया।
“ऐ लड़की” कंडक्टर ने कहा, “क्या तुम उतरने वाली नहीं हो। तुम्हारे तीस पैसे तुम्हें यहीं तक लाते हैं।”
“नहीं” वल्ली ने कहा। मैं इसी बस से वापस जाऊँगी,” उसने तीस पैसे और अपनी जेब से निकालकर कंडक्टर को थमा दिए।
“क्या कोई बात है?” नहीं, कोई बात नहीं है। मैं बस की सवारी करना चाहती हूँ, बस,”
“क्या तुम ये नजारे नहीं देखना चाहती, अब जबकि तुम यहाँ आ गई हो?”
“अपने आप? ओह, मुझे बहुत डर लगता है।”
लड़की के बात करने के तरीके से प्रसन्न होकर, कंडक्टर ने कहा-
“पर तुम बस में आते हुए तो नहीं डरी।”
“उसमे डरने की कोई बात नहीं है,” उसने उत्तर दिया।
“तब ठीक है, उस स्टाल पर चल कर क्यों न कुछ पिया जाए? उसमें भी डरने की कोई बात नहीं है।”
“ओह, नहीं, मैं ऐसा नहीं कर सकती।”
“ठीक है? तब मैं तुम्हारे लिए ठंडा पेय ले आऊँ।”

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-14

“Won’t……………………all over…

“क्या तुम्हारी माँ तुम्हें ढूंढ नहीं रही होगी?” कंडक्टर ने पूछा जब उसने लड़की को टिकट दिया।
“नहीं, कोई भी मुझे नहीं ढूंढ रहा होगा,” उसने कहा।
बस चली और फिर से वही अदभुत दृश्य थे।
वल्ली को कोई भी चीज उबाऊ नहीं लगी और हर एक को उसी उत्साह से लिया जैसा कि उसे पहली बार अनुभव हुआ था।
परंतु अचानक उसने सड़क के पास एक छोटी गाय को मृत पड़े देखा, वहीं जहाँ एक तीव्र गति वाले वाहन से वह टकरा गई थी।
“क्या यह वहीं गाय नहीं है जो शहर आते हुए बस के सामने दौड़ी थी?” उसने कंडक्टर से पूछा।
कंडक्टर ने सिर हिलाया (हाँ), और उस पर उदासी छा गई। जो कुछ देर पहले एक सुंदर प्यारा प्राणी था अब अचानक अपना जीवन और आकर्षण खो चुका था। और वहाँ पड़ा कितना भयानक, कितना डरावना दिखता था, टाँगें दूर तक फैली, आँखों में एक बेजान स्थिर टकटकी, चारों ओर खून …..

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-15

The bus……………………conversation.

बस आगे बढ़ी। मृत गाय की याद उसे सताती रही, उसने उत्साह को ठंडा करती। वह और अधिक खिड़की से बाहर नहीं देखना चाहती थी। वह इसी प्रकार सीट से चिपकी बैठी रही, जब तक कि 3:40 पर बस उसके गाँव नहीं पहुँच गई। तब वह कंडक्टर की ओर मुड़ी और कहा- “श्रीमान्, आशा है फिर मिलेंगे।”
“ठीक है, मैडम” उसने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया। “जब भी तुम्हें बस की सवारी की इच्छा हो, आकर हमसे मिलना, और अपना किराया लाना मत भूलना।”
वह हँसी और बस से नीचे कूद (उत्तर) गई। फिर वह दौड़ती हुई सीधी घर में घुसी। जब उसने घर में प्रवेश किया तो देखा कि उसकी माँ जगी हुई थी और दक्षिण गली वाली उसकी एक आंटी से बात कर रही थी। यह आंटी वास्तव में बहुत बातूनी थीं, एक बार बातें करना शुरू कर दें तो मुँह बंद ही नहीं करती थीं।
और तुम कहाँ गई थी? जब वल्ली अंदर आई तो उसकी आंटी ने कहा। वह यूँ ही बोलती थी, उत्तर की प्रतीक्षा किए बिना।
इसलिए वल्ली केवल मुस्कराई और उसकी माँ और आंटी फिर से बातचीत करने लगी।

Madam Rides the Bus Class 10 Hindi Explanation – Para-16

“Yes,……………………was there?

“हाँ, तुम ठीक कहती हो,” उसकी माँ ने कहा। “हमारे बीच और बाहर की दुनिया में इतनी सारी चीजें हैं। हम हर एक बीज के बारे में कैसे जान सकते हैं? और जब हम किसी चीज को जान भी जाते हैं, तो प्रायः उसे पूरी तरह समझ नहीं सकते, समझ सकते हैं क्या?”
“अरे हाँ!” सांस ली वल्ली।
“क्या?” उसकी माँ से पूछा “आप क्या कहते हैं?
“ओह, हाँ” वल्ली ने कहा, “मैं सिर्फ आपसे सहमत हो रही थी कि हमारे जाने बिना कितनी चीजें होती हैं।”
“छोटी सी लड़की है यह,” उसकी आंटी ने कहा, “और फिर भी कैसे हमारी बातचीत में रुचि लेती है, जैसे कि वह बड़ी औरत हो।”
वल्ली अपने पर मुस्कुराई। वह नहीं चाहती कि वे उसकी मुस्कान को समझें। परंतु, “उसके ज्यादा पास अवसर भी नहीं थे, क्या थे?”

FAQs

What is the moral of the story Madam rides the bus?

The moral of the story “Madam Rides the Bus” is that we should embrace diversity, treat everyone with respect and kindness, and be open-minded and willing to learn from others.

Who is the author of Madam Rides the Bus?

Vallikkannan is the author of Madam rides the bus.

आज आपने क्या सीखा?

तो स्टूडेंट ये था Class 10 NCERT English First Flight Prose chapter 9 यानी Madam Rides the Bus Class 10 का Full Hindi Explanation. जिसके अंतर्गत हमने Madam Rides the Bus Class 10 का Para Wise Hindi Explanation और About The Author तथा About The Lesson देखने के साथ-साथ Madam Rides the Bus Class 10 का English और Hindi Summary भी देखा।

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Jalandhar Paswan is pursuing Master's in Computer Applications at MMMUT Campus. He is Blogger & YouTuber by the choice and a tech-savvy by the habit.

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