The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Summary & Explanation

खुलकर सीखें के इस ब्लॉगपोस्ट The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Summary & Explanation में हम Class 11 NCERT English Snapshot Chapter 1 का लाइन बाई लाइन करके Hindi Explanation करना सीखेंगे।

लेकिन सबसे पहले The Summer of the Beautiful White Horse Class 11 Hindi Explanation के अंतर्गत हम The Summer of the Beautiful White Horse के About the Author और फिर About the Lesson के बारे में पढ़ेंगे और उसके बाद इस इस चैप्टर का Summary देखेंगे।

The Summer of the Beautiful White Horse Class 11

The Summer of the Beautiful White Horse जिसका हिंदी अर्थ होगा – सुंदर सफेद घोड़े की गर्मी। इस चैप्टर को एक अमेरिकी उपन्यासकार विलियम सरॉयन के द्वारा लिखा गया है। चलिए William Saroyan के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।

About the Author

William Saroyan (31st August 1908 – 18th May 1981) was an Armenian-American writer known for his warm and optimistic stories about ordinary people. His works often reflected themes of family, culture, and human resilience. Saroyan won the Pulitzer Prize for Drama and the Academy Award for Best Story.

About the Author in Hindi

विलियम सरोयान (31 अगस्त 1908 – 18 मई 1981) एक अर्मेनियाई-अमेरिकी लेखक थे, जो आम लोगों के बारे में अपनी गर्मजोशी और आशावादी कहानियों के लिए जाने जाते थे। उनके कामों में अक्सर परिवार, संस्कृति और मानवीय लचीलेपन के विषय शामिल होते थे। सरोयान ने ड्रामा के लिए पुलित्जर पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए अकादमी पुरस्कार जीता।

About the Lesson

This story ‘The Summer of the Beautiful White Horse’ revolves around two young Armenian boys, Aram and Mourad, from the honest yet poverty-stricken Garoghlanian tribe. It highlights their passion for adventure and love for horses while maintaining their family’s values of honesty. The story is a mix of humour, innocence, and moral dilemmas, emphasizing the bond between cousins and their cultural pride.

About the Lesson in Hindi

यह कहानी ‘द समर ऑफ द ब्यूटीफुल व्हाइट हॉर्स’ दो युवा अर्मेनियाई लड़कों, अराम और मौराद के इर्द-गिर्द घूमती है, जो ईमानदार लेकिन गरीबी से त्रस्त गारोघलानियन जनजाति से हैं। यह उनके साहस और घोड़ों के प्रति प्रेम को उजागर करती है, जबकि वे अपने परिवार के ईमानदारी के मूल्यों को बनाए रखते हैं। कहानी हास्य, मासूमियत और नैतिक दुविधाओं का मिश्रण है, जो चचेरे भाइयों और उनके सांस्कृतिक गौरव के बीच के बंधन पर जोर देती है।

The Summer of the Beautiful White Horse Class 11 Summary

This short story ‘The Summer of the Beautiful White Horse’ by William Saroyan tells the story of two American boys who are from the Garoghalenian tribe. People of this tribe are honest and maintain their honesty even in the worst situations.

Aram, a 9-year-old boy, is shocked when his cousin Mourad appears on a beautiful white horse early one morning. Their family is known for honesty, so the possibility of Mourad stealing the horse seems unbelievable. Mourad, often called the crazy one in the family, convinces Aram to go on a ride.

The boys enjoy many mornings of secret rides, hiding the horse in a deserted barn. One day, they meet John Byro, the horse’s rightful owner, who recognizes the horse but trusts the family’s reputation for honesty. This encounter triggers their conscience. Eventually, they return the horse quietly, ensuring no harm is done.

The story subtly explores themes of innocence, ethical dilemmas, and cultural values.

The Summer of the Beautiful White Horse Summary in Hindi

विलियम सरोयान की यह लघुकथा ‘द समर ऑफ द ब्यूटीफुल व्हाइट हॉर्स’ दो अमेरिकी लड़कों की कहानी कहती है जो गारोघेलेनियन जनजाति से हैं। इस जनजाति के लोग ईमानदार होते हैं और सबसे खराब परिस्थितियों में भी अपनी ईमानदारी बनाए रखते हैं।

9 वर्षीय लड़का अरम तब चौंक जाता है जब उसका चचेरा भाई मुराद एक सुबह-सुबह एक सुंदर सफेद घोड़े पर सवार होकर आता है। उनका परिवार ईमानदारी के लिए जाना जाता है, इसलिए मुराद द्वारा घोड़े को चुराने की संभावना अविश्वसनीय लगती है। मुराद, जिसे अक्सर परिवार में पागल कहा जाता है, आराम को सवारी पर जाने के लिए मना लेता है।

लड़के कई सुबह गुप्त सवारी का आनंद लेते हैं, घोड़े को सुनसान खलिहान में छिपाते हैं। एक दिन, वे घोड़े के असली मालिक जॉन बायरो से मिलते हैं, जो घोड़े को पहचानता है लेकिन ईमानदारी के लिए परिवार की प्रतिष्ठा पर भरोसा करता है। यह मुलाकात उनके विवेक को जगाती है। आखिरकार, वे घोड़े को चुपचाप वापस कर देते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि कोई नुकसान न हो।

कहानी मासूमियत, नैतिक दुविधाओं और सांस्कृतिक मूल्यों के विषयों की सूक्ष्मता से खोज करती है।

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तो स्टूडेंट्स ये था ‘द समर ऑफ द ब्यूटीफुल व्हाइट हॉर्स’ चैप्टर का सारांश, नीचे व्याख्या भी दिया गया है; आप चाहे तो The Summer of the Beautiful White Horse Up Board Question Answer को भी पढ़ सकते हैं।

The Summer of the Beautiful White Horse Explanation in Hindi

अब हम Class 11 NCERT English Snapshot Chapter 1 यानी The Summer of the Beautiful White Horse Class 11 Paragraph Explanation करना शुरू करते हैं।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-1

One day………………………to ride.

एक दिन बहुत पुराने समय की बात है, जब मैं 9 वर्ष का था और संसार हर प्रकार की भव्यता से भरपूर था और जीवन अभी भी एक सुखद रहस्यमय सपना था, मेरा चचेरा भाई मुराद जिसे सभी परिचित लोग सनकी या पागल कहा करते थे, केवल में ही नहीं कहता, मेरे घर प्रातः चार बजे आया, उसने मुझे जगाया, मेरे कमरे की खिड़की पर उसने थपकी दी।

‘अरम’ वह बोला।
मैं बिस्तर से उछल कर खड़ा हो गया तथा खिड़की से बाहर मैंने देखा।
मुझे अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हुआ।
अभी प्रातः नहीं हुई थी, पर ग्रीष्म ऋतु थी और भोर कुछ ही मिनटों में होने वाली थी, संसार के कोने में इतना पर्याप्त प्रकाश था कि मैं महसूस कर लूं कि में सपना नहीं देख रहा हूँ।
मेरा भाई मुराद एक सुन्दर सफेद घोड़े पर सवार था। मैंने खिड़की के बाहर सर निकाला और आँखे मली।
हाँ, उसने आर्मीनिया की भाषा में कहा। यह एक घोड़ा है। तुम सपना नहीं देख रहे हो। जल्दी करो यदि तुम सवारी का मजा लेना चाहते हो।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-2

I knew………………………alone steel.

मैं जानता था कि मेरा भाई मुराद जीवित रहने का आनन्द किसी भी अन्य व्यक्ति की अपेक्षा अधिक लेता था, ऐसे व्यक्ति जो संसार में गलती से आ टपके है पर इस समय का दृश्य तो अविश्वसनीय था।
पहली बात, मेरी सबसे पुरानी स्मृतियाँ तो घोड़ो से जुड़ी थी और मेरी पहली तमन्ना भी घोड़े की सवारी करनी थी। यह एक विस्मयकारी बात थी।

दूसरी बात, हम लोग निर्धन थे।
यह वह कारण था जो मुझे अपनी आंख पर विश्वास नहीं करने दे रहा था।
हम लोग गरीब थे। हमारे पास पैसा न था। हमारा सारा कबीला ही गरीबी से ग्रस्त था। गरोघलेनियन परिवार की हर शाखा अत्यधिक विस्मयकारी और हास्यप्रद निर्धनता में रह रही थी। कोई भी समझ नहीं पाता था कि हमें अपना पेट भरने के लिए पर्याप्त पैसा कहाँ से आता था, परिवार के वृद्ध लोग भी नहीं जानते थे। सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह थी कि हम लोग अपनी ईमानदारी के लिए विख्यात थे। कई शताब्दियों से हम लोग अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते थे, उस समय भी जब हमारा परिवार हमारे कबीले जगत का सर्वाधिक सम्पन्न परिवार था। हम लोगों को गर्व पहले था, हमारी ईमानदारी दूसरे दर्जे में थी, और इसके बाद हम लोग उचित और अनुचित या सही और गलत मे विश्वास करते थे। हममें से कोई भी संसार में किसी भी व्यक्ति से लाभ नहीं उठाते थे, चोरी करने की बात तो बहुत दूर थी।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-3

Consequently………………………I chose.

अतएव, यद्यपि मैं घोड़ा देख रहा था, इतना शानदार; यद्यपि मुझे उसको गंध आ रही थी, जो इतनी प्यारी थी; यद्यपि मैं उसकी सांस की आवाज सुन रहा था, जो इतनी उत्तेजक थी, फिर भी मैं विश्वास नहीं कर पा रहा था कि यह घोड़ा मुराद का है, अथवा मेरा या मेरे परिवार के किसी भी सदस्य का था, नींद में अथवा जगा हुआ किसी भी स्थिति में यह असम्भव था, क्योंकि मैं जानता था कि मुराद घोड़ा खरीदने की स्थिति में तो है नहीं, और यदि उसने घोड़ा खरीदा नहीं तो इसे चुराया ही होगा, और चोरी करने की बात मेरे जहन में बैठ नहीं रही थी।

गरोघलेनियन परिवार का कोई सदस्य चोर नहीं हो सकता था। मैं पहले तो भाई को घूरता रहा, फिर मैंने घोड़े पर आँखें टिकाई। दोनों में एक प्रकार की पावन निश्चलता तथा हास्यमयता थी जिससे एक ओर तो मुझे खुशी हुई और दूसरी और भय लगा।

मुराद, मैं बोला, यह घोड़ा तुमने कहाँ से चुराया?
खिड़की से बाहर छलांग लगाओ, वह बोला, यदि इस पर सवारी करना चाहते हो।
उस समय यह सच था। उसने घोड़ा चुराया था। इस बात में कोई शंका नहीं थी। मुझे उस पर सवारी के लिए बुलाने आया था।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-4

Well, it………………………to roar.

खैर, मुझे लगा कि सवारी के आनन्द के लिए घोड़ा चुराना तथा किसी अन्य चीज जैसे धन के लिए, चोरी करना इनमें भिन्नता है। जहाँ तक मेरी जानकारी थी, वह शायद चोरी थी ही नहीं। यदि आप में घोड़े के लिए इतनी लालसा या दीवानापन है जितनी मुराद में तथा मुझ में थी, तो उसे चोरी नहीं कहा जाएगा। वह चोरी तब बन जाएगी जब हम घोड़े की बेचेंगे, और ऐसा हम कभी भी नहीं करने वाले थे।
मुझे कपड़े तो पहन लेने दो, मैं बोला।
ठीक है, उसने कहा, लेकिन जल्दी करो।
मैने झटपट कपड़े पहने।

मैंने आँगन में छलांग लगाई तथा भाई मुराद के पीछे घोड़े पर बैठ गया। उन दिनों हम नगर वालनट टाउन की सीमा पर रहा करते थे। हमारे घर के पीछे ग्रामीण क्षेत्र था : अंगूर तथा केलों के बाग, सिंचाई के लिए बने गड्डे तथा देहाती सड़कें। तीन मिनट से कम समय में हम लोग आलिव ऐवेन्यू पहुँच गए और फिर घोड़े ने भागना शुरू कर दिया। हवा में ताजगी थी, साँस लेना बहुत अच्छा लग रहा था। घोड़े के दौड़ने की अनुभूति भी बहुत अच्छी थी। मेरा भाई मुराद जिसकी परिवार में सबसे अधिक सनकी व्यक्तियों में गिनती की जाती थी, गाने लगा। मेरा कहने का मतलब है वह गरजने लगा।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-5

Every………………………get down.

हर परिवार में सनकीपन की एक धारा कहीं न कहीं होती है। मुराद कबीले में उसी सनकीपन की धारा का स्वाभाविक वंशज था। उससे पूर्व हमारे अंकल खोसरोव थे जो भारो डील-डौल वाले व्यक्ति थे, सर पर काले बाल थे तथा सन जोकिन वैली में सबसे बड़ी मूंछों वाले थे, उनका क्रोध बहुत भीषण था, वह इतने चिड़चिड़े तथा बेसब्री वाले थे कि वह किसी को भी अपनी दहाड़ के आगे बोलने नहीं देते थे, कोई बात नहीं, इस पर ध्यान मत दो।

वह यही बोलते थे, सामने वाला चाहे कुछ भी कह रहा हो। एक बार उनका अपना बेटा अरक दौड़कर आठ मकानों से परे नाई की दुकान पर गया जहाँ उसके पिता अपनी मूछें ठीक करवा रहे थे, उसने बताया कि घर में आग लग गई है। खोसरोव कुर्सी पर सीधे बैठ कर दहाड़े कोई डर की बात नहीं, उस पर ध्यान मत दो। नाई ने कहा, पर बालक कह रहा है कि आपके घर को आग लग गई है। इस पर खोसरोव दहाड़े, काफी हो गया, कोई खतरे की बात नहीं, मैं कह जो रहा हूँ।

मेरा भाई मुराद उन्हीं का वंशज था, यद्यपि मुराद के पिता जोरब थे जो व्यवहारिक होने के अलावा अन्य कुछ भी न थे। यह था हमारे कबीले का हाल। व्यक्ति किसी बालक का पिता चाहे हो जाए पर इसका यह अर्थ नहीं कि वह उसको मनोवृत्ति का भी जनक हो। हमारी जनजाति में प्रवृत्तियों का वितरण शुरू से ही आवारा तथा मनमौजी किस्म का था।
हमने सवारी की तथा मेरे भाई ने गाने गाए। यह सबको पता था कि हम अभी भी पुराने ग्रामीण क्षेत्र में हैं जहाँ के, हमारे कुछ पड़ोसियों के अनुसार- हम मूल निवासी है। हमने घोड़े को दौड़ने की पूरी छूट दे दी। अंत में मुराद बोला अब तुम उतर जाओ, मैं अकेला ही सवारी करूंगा।

क्या तुम मुझे भी अकेले सवारी करने का मौका दोगे? मैंने पूछा।
यह तो घोड़े की इच्छा पर है, मेरा भाई बोला उतर जाओ।
घोड़ा मुझे सवारी करने देगा, मैने कहा।
देखा जाएगा, वह बोला। यह मत भूलो कि मुझे घोड़ो को काबू में करना आता है।
अच्छा, मैं बोला, जो हुनर तुम्हारे पास है मेरे पास भी है।
तुम्हारी सुरक्षा इसी में है, वह बोला, अब उतर भी जाओ।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-6

All right………………………he said.

ठीक है, मैं बोला, पर याद रखो कि तुम्हें मुझे भी अकेली सवारी करने का अवसर देना होगा।
मैं उतर गया तथा मेरे भाई ने घोड़े को एड़ लगाई तथा चिल्लाया, बजीरे, दौड़। घोड़ा पिछली टाँगों पर खड़ा हो गया, फुफकारा तथा पूरी गति से दौड़ चला, बहुत प्यारा लग रहा था। मुराद ने घोड़े को सूखी घास के मैदान से होते हुए सिचाई ताल पर ले गया, उस गड्ढे को भी पार किया तथा पाँच मिनट बाद पानी से तर लौट आया।

सूर्य आकाश में ऊपर उठ रहा था।
अब सवारी करने की बारी मेरी है, मैं बोला।
मुराद घोड़े से उतर गया।
लो करो सवारी, वह बोला।
मैं घोड़े की पीठ पर उछलकर बैठ गया और एक क्षण के लिए बहुत भयभीत मैंने महसूस किया। घोड़ा टस से मस नहीं हुआ।

इसे एड़ी से ठोकर मारो, मेरा भाई मुराद बोला। किस बात का इन्तजार कर रहे हो? हमें घोड़े को वापस भी ले जाना है, लोगों के जग जाने से पूर्व ही।
मैंने घोड़े की मांसपेशियों में ठोकर लगाई। पुन: घोड़ा पिछली टांगों पर खड़ा हो गया तथा फुफकारा। फिर उसने दौड़ना शुरू कर दिया। मेरी समझ में नहीं आया कि क्या करूं। खेतों को पार करके सिंचाई ताल की ओर जाने के बजाय घोड़ा सड़क पर डिकरन हलाबियन अंगूर के बाग में पहुँच गया। जहाँ वह अंगूर की बेलो पर उछल-कूद मचाने लगा। जब उसने सात बेल को रौंद दिया, मैं गिर गया। फिर वह दौड़ता रहा।

मुराद सड़क पर भागता हुआ मेरे पास आ गया।
मुझे तुम्हारी चिन्ता नहीं है, वह चीखा। हमें घोड़े को पकड़ लेना जरूरी है। तुम इस ओर जाओ और मैं दूसरी ओर। यदि घोड़ा मिल जाए तो नम्रता से पेश आना मैं पास ही रहूँगा।
मैं सड़क पर भाग चला और मुराद खेतों के पास सिंचाई ताल की ओर चला गया। उसे घोड़ा खोजने में तथा लाने में कोई आधा घण्टा लग गया।

ठीक है, वह बोला, अब इस पर सवार हो जाओ।
सारी दुनिया जग चुकी है। हम लोग अब क्या करेंगे? मैंने पूछा।
वह बोला, हम लोग या तो इसे वापस ले जाएंगे अथवा कल प्रातः तक इसे कहीं छिपा देंगे। उसकी आवाज में कोई घबराहट न थी और मैं जानता था वह इसे छिपा देगा, वापस नहीं पहुंचाएगा। कम-से-कम कुछ समय तक तो नहीं।
हम इसे कहा छिपाएँगे? मैंने पूछा।
मुझे ऐसा स्थान पता है, वह बोला।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-7

How long………………………understand me.

तुमने कितने दिन पूर्व इस घोड़े को चुराया था? मैने पूछा।
उसे सहसा याद आ गया कि वह प्रातः घुड़सवारी कई दिनों से कर रहा है तथा मेरे पास तो आज ही आया था क्योंकि वह जानता था मुझे सवारी करने की कितनी तीव्र इच्छा है।
किसने कहा कि मैंने घोड़ा चुराया है? वह बोला।
अच्छा यह बताओ, मैं बोला, कि कितने दिनों से तुम हर प्रातः घुड़सवारी करते रहे हो?
आज ही सवारी की है, वह बोला।
क्या तुम सच बोल रहे हो? मैंने कहा।
नहीं, कतई नहीं, वह बोला, पर यदि तुम यह कहना चाहते हो कि कहीं हम पकड़े गए तो क्या होगा। मैं नहीं चाहता। हम दोनों झूठे बने। तुम यही जानते हो हमने आज प्रातः ही सवारी की।

ठीक है, मैंने कह दिया।
वह घोड़े को चुपचाप एक वीरान पड़े बखार में ले गया जो कभी एक किसान फतवाजिओं का हुआ करता था। उस खत्ती में कुछ जई तथा लसुनघास रखे थे।
फिर हम घर को लौट चले।
यह काम आसान नहीं था, वह बोला, कि घोड़े को इतना सीधा बना लिया जाए। प्रारम्भ में वह जंगलीपन बेलगाम से दौड़ना चाहता था, पर जैसा मैंने बताया मैं घोड़े को सुधारना जानता हूँ। मैं उससे कोई भी काम करवा सकता हूँ। घोड़े मेरी बात समझते हैं।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-8

How do………………………understand it.

तुम ऐसा किस प्रकार से कर लेते हो? मैंने कहा।
मेरा घोड़े के साथ एक समझौता है, वह बोला।
पर वह समझौता किस प्रकार है? मैंने पूछा।
सीधा, सरल तथा ईमानदारी पूर्ण, वह बोला।
मैंने कहा, काश मैं भी घोड़े से ऐसा कोई समझौता कर पाता।
तुम अभी छोटे हो, वह बोला। जब तुम तेरह वर्ष के हो जाओगे तो तुम्हें घोड़े को सिधाना आ जाएगा।
मैं घर गया तथा मैने छककर नाश्ता किया।

उस शाम अंकल खोसरोव मेरे घर कॉफी तथा सिगरेट पीने आए। वह बैठक में बैठकर कॉफी पीने तथा सिगरेट पीने लगे, वह पुराने ग्रामीण अंचल को याद कर रहे थे। फिर एक अन्य आगन्तुक आ गया, एक किसान, उसका नाम जॉन मायरो था, अर्सीनियावासी था जिसने अकेलापन के कारण आर्मीनिया की भाषा बोलना सीख लिया था। मेरी माँ उस आगन्तुक के लिए कॉफी तथा तम्बाकू ले आई, बायरो ने सिगरेट बनाई, कॉफी की चुस्की ली तथा सिगरेट पी, और फिर उदास होकर बोला, मेरा सफेद घोड़ा पिछले माह चोरी हो गया था, अभी तक नहीं मिल पाया है – मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-9

My uncle………………………Mourad’s house.

मेरे अंकल खोसरोव बहुत नाराज हो गए तथा चिल्लाए, कोई बात नहीं। एक घोड़ा खो गया तो क्या हुआ? हम सबने स्वदेश नहीं खो दिया है? घोड़े के लिए इतना रोना-धोना क्यों?
यह तुम्हारे लिए ठीक हो सकता है, एक नगरवासी के लिए, जॉन बायरो बोले, पर मेरी गाड़ी का क्या होगा? घोड़े के बिना गाड़ी किस काम की?

उस पर ध्यान मत दो, मेरे अंकल खोसरोव ने दहाड़कर कहा।
मैं दस मील पैदल चलकर यहाँ आ पाया हूँ, जॉन बायरो ने कहा।
तुम्हारे पास टाँगे तो हैं, मेरे अंकल चिल्लाए।
मेरी बायी टाँग में दर्द है, किसान बोला।
मत ध्यान दो, मेरे अंकल दहाड़े।
उस घोड़े के मैने 60 डालर दिए थे, किसान बोला।
मैं पैसे पर थूकता हूँ, मेरे अंकल ने कहा।
वह उठ खड़े हुए तथा लम्बे डग भरते हुए घर से बाहर निकल गए, पर्दे का दरवाजा उन्होंने धड़ाके से बंद कर दिया।

मेरी माँ ने मामला साफ़ किया।
उनका दिल बहुत विनम्र है, वह बोली। बात साधारण सी है, उन्हें घर की याद सता रही है और वह इतने लम्बे-चौड़े व्यक्ति भी है।
किसान चला गया तथा मैं अपने भाई मुराद के घर भागकर गया।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-10

He was………………………Maurad said.

वह एक आड़ू के वृक्ष के नीचे बैठे थे, एक छोटे रोबिन पक्षी के चोट खाए पंख की मरम्मत कर रहे थे जो उड़ नहीं सकता था। वह पक्षी से बात कर रहे थे।
यह क्या है? वह बोले।
किसान, जॉन बायरो, मैने बताया। वह हमारे घर आए थे। वह अपना घोड़ा वापस चाहते हैं। तुम घोड़ा एक माह तक रख चुके हो। मैं चाहता हूँ कि तुम वचन दो कि घोड़े को तब तक लौटाओगे नहीं जब तक मैं सवारी करना सीख नहीं लेता।
तुम्हें तो सवारी करना सीखने में एक वर्ष लग जाएगा, मेरा भाई मुराद बोला।
तो हम लोग घोड़े को एक वर्ष तक अपने पास रख लें, मैंने कहा।
मुराद उछल कर खड़ा हो गया। क्या कहा?
वह चीखा। क्या तुम गरोघलेनियन परिवार के एक सदस्य को चोरी करने का निमन्त्रण दे रहे हो? घोड़े को उसके असली मालिक के पास जाना ही चाहिए।
कब? मैने पूछा।
अधिक-से-अधिक छह माह के अन्दर, वह बोला।
उसने पक्षी को हवा में उड़ा दिया। पक्षी ने बहुत कोशिश की, दो बार लगभग गिर गया, पर अन्त में उड़ गया, ऊपर और सीधे।

हर प्रातः दो सप्ताह तक मुराद और मैं घोड़े को वीरान खत्ती से बाहर निकालते तथा सवारी करते रहे, और हर प्रातः घोड़ा, जब मेरी अकेले सवारी करने की बारी होती, अंगूर की बेलों पर उछल-कूद करता तथा मुझे गिराकर भाग जाता। फिर भी मैं आशा करता रहा कि कभी तो मैं भी मुराद की भांति घुड़सवारी करना सीख लूंगा।
एक प्रातः जब हम फतवजियों के वीरान अंगूर बगीचे की ओर जा रहे थे, हमारी भेंट किसान जॉन बायरो से हो गई जो नगर की ओर जा रहा था।

लो मैं बात करता हूँ, मुराद ने कहा। किसानों से बात करने का हुनर मुझ में है।
शुभ प्रभात, जॉन बायरो, मुराद ने किसान से कहा। किसान ने घोड़े को उत्सुकता से परखा।
शुभ प्रभात मेरे मित्रों के बेटे, वह बोला तुम्हारे घोड़े का नाम क्या है?
मेरा दिल, मुराद ने आर्मीनिया की भाषा में बताया।
प्यारा नाम है इस प्यारे घोड़े का, जॉन मायरो ने कहा। मैं कसम से कह सकता हूं कि यह घोड़ा मेरे पास से कुछ सप्ताह पूर्व चुरा लिया गया था। क्या मैं इसके मुँह में देख लूं?
अवश्य, मुराद ने कहा।
किसान ने घोड़े के मुँह में झाँका।
एकदम वहीं दाँत, वह बोला मैं शपथ के साथ कह सकता हूँ कि यह घोड़ा मेरा है, यदि मैं तुम्हारे माता-पिता को न जानता होता। तुम्हारा परिवार अपनी ईमानदारी के लिए प्रसिद्ध है, यह बात मैं जानता हूँ। फिर भी यह घोड़ा मेरे घोड़े का जुड़वाँ है। सन्देहयुक्त व्यक्ति तो अपनी आँख पर हृदय की अपेक्षा अधिक विश्वास करेगा। शुभ दिन, मेरे युवा मित्रों गुड डे , जॉन बायरो, मुराद ने कहा।

The Summer of the Beautiful White Horse Hindi Explanation – Para-11

Early the………………………attention to it.

दूसरी प्रातः तड़के ही हम घोड़े को जॉन बायरो के बगीचे में ले गए तथा खलिहान में बाँध आए। कुत्तों ने बिना भौके हमारा पीछा किया।
कुत्ते, मैंने धीरे से मुराद को बोला। मैंने तो सोचा था ये भौकेंगे। वे कुत्ते कोई अन्य व्यक्ति होता तो अवश्य भौंकते, मुराद बोला। पर मैं कुत्तों को मित्र बनाना जानता हूँ। मुराद ने अपनी बाँहे घोड़े की गर्दन में डाली, अपनी नाक घोड़े के थूथुन पर रख दी, उसे थपकी दी तथा फिर हम लोग चले आए।

उस शाम जॉन बायरो हमारे घर अपनी गाड़ी में आए तथा मेरी माँ को अपना वह घोड़ा दिखाया जो खो गया था।
मेरी समझ में नहीं आता कि मैं क्या सोचूं, उसने कहा। घोड़ा पहले की अपेक्षा अधिक ताकतवर हो गया है। इसका स्वभाव भी बेहतर हो गया है। मैं परमात्मा का आभारी हूँ। मेरे अंकल खोसरोव जो बैठक में थे, चिढ़ गए तथा चिल्लाए, चुप रहो, भले आदमी, चुप रहो तुम्हारा घोड़ा तुम्हें वापस मिल गया है। अब उस बात को भूल जाओ।

FAQs

Is The Summer of the Beautiful White Horse a story of two dash boys?

Yes, The Summer of the Beautiful White Horse is a story of two dash Armenian boys named Aram and Mourad.

Who wrote the summary of the beautiful white horse?

William Saroyan wrote the summary of the beautiful white horse.

Jalandhar Paswan is pursuing Master's in Computer Applications at MMMUT Campus. He is Blogger & YouTuber by the choice and a tech-savvy by the habit.

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