A Letter to God Hindi Summary & Translation Class 10

खुलकर सीखें के इस ब्लॉग पोस्ट A Letter to God Hindi Summary & Translation Class 10 में हम Class 10 NCERT English First Flight Prose Chapter 1 यानि A Letter to God का Summary और लाइन बाई लाइन करके Hindi Translation करना सीखेंगे।

A Letter to God Summary in Hindi

लेंचो एक मेहनती किसान था। वह गरीब था। उसका घर एक पहाड़ी की चोटी पर पूरी घाटी में इकलौता था। वह वहाँ से अपने खेतों को देख सकता था। उसे अच्छी फसल की उम्मीद थी। भूमि को बारिश या कम से कम बौछार की जरूरत थी।

भोजन के दौरान, जैसा कि लेंचो ने भविष्यवाणी की थी, बारिश की बड़ी-बड़ी बूंदें गिरने लगीं। लेंचो बहुत खुश हुआ। वह बारिश का आनंद लेने के लिए बाहर चला गया। लेंचो ने बूंदों को नए सिक्के कहा। लेकिन अचानक बड़े-बड़े ओले गिरने लगे। एक घंटे तक ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि से उसकी फसल बर्बाद हो गई थी।

लेंचो को ईश्वर में दृढ़ विश्वास था। वह उसके परिवार को भूख से मरने नहीं देगा। इसलिए उसने भगवान को एक पत्र लिखा। उसने लिखा, “भगवान, अगर आप मेरी मदद नहीं करते हैं, तो मेरा परिवार और मैं इस साल भूखे रह जाएंगे। मुझे जीविका के लिए सौ पेसोस चाहिए।” उसने लिफाफे पर “भगवान को” लिखा और उसे मेलबॉक्स में डाल दिया।

एक डाकिया ने डाकपाल को पत्र दिखाया। वह उस व्यक्ति के विश्वास से बहुत प्रभावित हुआ जिसने ईश्वर को पत्र लिखा था। उसने पत्र को खोला तो उसे पता चला कि लेखक ने सौ पेसोस की मांग की थी। उसने लेंचो की मदद करने का फैसला किया। उसने कर्मचारियों से पैसे मांगे। उसने खुद अपने वेतन का कुछ हिस्सा दिया। फिर भी वह केवल सत्तर पेसोस जमा कर सका। उसने पैसे एक लिफाफे में डाल दिए। उसने पत्र पर लेंचो का पता लिख दिया।

उसने भेजने वाले का नाम ईश्वर की ओर से लिखा था। जब लेंचो अपना मेल चेक करने के लिए डाकघर आया, तो डाकिया ने खुद उसे पत्र सौंप दिया। पोस्टमास्टर सब कुछ देख रहा था। लेंचो ने लिफाफा खोला और पैसे गिने। वह क्रोधित हो गया क्योंकि जितना पैसा उसने मांगा था उससे कम था।

तुरंत, लेंचो कागज और स्याही मांगने के लिए खिड़की के पास गया। उसने बाकी पैसे भेजने के लिए भगवान को एक और पत्र लिखा। लेकिन उसने भगवान से डाक के माध्यम से पैसे न भेजने के लिए कहा क्योंकि उनके अनुसार डाकघर के मालिक ठगों के एक झुंड थे।

A Letter to God Class 10 Summary

Lencho was a hard-working farmer. He was poor. His house was the only one in the entire valley on the top of a hill. He could see his fields from there. He was expecting a good harvest. The land needed a downpour or at least a shower.

During the meal, just as Lencho had predicted, big drops of rain began to fall. Lencho was overjoyed. He went out to feel the pleasure of rain. Lencho called the drops new coins. But suddenly large hailstones began to fall. It hailed for an hour. His harvest had been destroyed by the hailstorm.

Lencho had firm faith in God. He would not let your family die of hunger. So he wrote a letter to God. He wrote, “God, if you don’t help me, my family and I will go hungry this year. I need a hundred pesos for sustenance.” He wrote “to God” on the envelope and dropped it into the mailbox.

A postman showed the letter to the postmaster. He was very much impressed by the faith of the man who had written the letter addressed to God. He tapped the letter. He came to know that the writer had demanded one hundred pesos. He decided to help Lencho. He asked for money from his employees. He himself gave part of his salary. He could collect only seventy pesos. He put the money in an envelope. He addressed the letter to Lencho.

He wrote the sender’s name as from God. When Lencho came to the post office to check his mail, the postman himself handed over the letter to him. The postmaster was watching everything. Lencho opened the envelope and counted the money. He became angry because the money was less than he had asked for.

Immediately, Lencho went up to the window to ask for the paper and ink. He wrote another letter to God to send him the rest of the money. But he asked God not to send the money through the mail because according to him the post office employers were a bunch of crooks.

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QnA: A Letter to God Question Answer Up Board

A Letter to God Class 10 Hindi Translation

नीचे Class 10 NCERT English First Flight Prose Chapter 1 यानी A Letter to God का Paragraph Wise हिन्दी अनुवाद दिया जा रहा है।

[1] The house -the……………………………….north-east.

वह मकान जो एक नीची पहाड़ी की चोटी पर पूरी घाटी में अकेला स्थित था। इस ऊँचाई से कोई भी नदी और पके धान के खेतों को फूलों से लदे हुए देख सकता था, जो हमेशा एक अच्छी फसल का वायदा करते थे। पृथ्वी को केवल एक वर्षा अथवा कम से कम एक बौछार की आवश्यकता थी। सारी सुबह लेंचो, जो अपने खेतों को नजदीक से जानता था उत्तर पूर्व दिशा में आकाश की ओर देखते रहने के सिवाय कुछ नहीं किया था।

[2] “Now We’re…………………………………….are fives.”

“अब हमें वास्तव में ही कुछ पानी प्राप्त होगा, औरत।”
वह औरत जो रात का खाना तैयार कर रही थी, ने जवाब दिया, “हाँ, परमात्मा ने चाहा तो।” बड़ी उम्र के लड़के खेत में काम कर रहे थे, जबकि छोटे अपने घर के समीप खेल रहे थे तब उस औरत ने उन सबको बुलाया “खाने के लिए आ जाओ।”

खाने के समय, बिल्कुल जैसे ही लेंचो ने भविष्यवाणी की थी, वर्षा की बड़ी-बड़ी बूंदों का गिरना शुरू हो गया। उत्तर-पूर्व दिशा में बादलों के विशाल पर्वत अपनी ओर आते हुए देखे जा सकते थे। हवा ताजी और मधुर थी। लेंचो अपने शरीर पर वर्षा के आनन्द का अनुभव करने के लिए बाहर गया, और जब वह वापस लौटा तो उसने एकदम से कहा, “ये आकाश से गिरती हुई पानी की बूंदे नहीं हैं, ये नए सिक्के हैं। वर्षा की बड़ी बूंदे दस सेंट तथा छोटी बूंदे पाँच सेंट के सिक्के हैं।”

[3] With a satisfied………………………………..with salt.

संतुष्टिपूर्ण भाव से उसने पके अनाज और इसके फूलों को खेतों में देखा, जो वर्षा के आवरण से ढके हुए थे। लेकिन अचानक एक तेज हवा बहने लगी और वर्षों के साथ बड़े-बड़े ओले गिरना शुरू हो गए ये वास्तव में ही नए चाँदी के सिक्कों से मिलते-जुलते थे। लड़के वर्षा में भीगते हुए जमी हुई मोतियों अर्थात ओलों को इकट्ठा करने के लिए बाहर दौड़े।

“यह अब वास्तव में बुरा हो रहा है उस आदमी यानी लेंचो ने कहा “मुझे आशा है कि यह शीघ्र ही समाप्त हो जाएगे।” लेकिन यह शीघ्र ही समाप्त नहीं हुआ। एक घण्टे तक ओलों की वर्षा घर पर, बगीचे, पहाड़ी की तलहटी, अनाज के खेत तथा सम्पूर्ण घाटी में होती रही। खेत सफेद हो गया जैसे यह नमक से ढका हुआ हो।

[4] Not a leaf……………………………………….this year.”

पेड़ों पर एक भी पत्ती नहीं बची थी। फसल पूर्ण रूप से बर्बाद हो गई। पौधों से फूल गिर गए। लेंचो की आत्मा उदासी से भर गई। जब तूफान समाप्त हुआ तो वह अपने खेत के बीच में खड़े होकर उसने अपने पुत्रों से कहा, “एक टिड्डी दल भी इससे ज्यादा छोड़ देती परन्तु ओलावृष्टि ने कुछ नहीं छोड़ा है। इस वर्ष हमें बिना अनाज के रहना पड़ेगा।”
वह एक दुःखद रात थी।
“हमारी सारी मेहनत व्यर्थ चली गई।”
“ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जो हमारी सहायता कर सके।”
“इस वर्ष हम सबको भूखा रहना पड़ेगा।”

[5] But in the…………………………………………….to God.

लेकिन घाटी के मध्य उस एकान्त घर में रहने वाले सभी के दिलों में केवल मात्र एक आशा थी, परमात्मा से आशा। “इतना अधिक मत घबराओ, यद्यपि यह एक पूर्ण विनाश की तरह प्रतीत होता है। याद रखो, कि भूख से कोई नहीं मरता।”
“लोग यही बात कहते हैं कोई भूख से नहीं मरता।”

सारी रात लेंचो अपनी एक ही आशा के बारे में सोचता रहा परमात्मा से सहायता की आशा, जिसकी दृष्टि, व्यक्ति की अर्न्तआत्मा की तरह सर्वत्र रहती है। लेंचो खेतों में बैल की तरह कठिन मेहनत किया करता था, लेकिन फिर भी वह लिखना जानता था। अगले रविवार को सुबह सवेरे, उसने एक पत्र लिखना शुरू किया जिसे वह स्वयं कस्बे में लेकर गया और इसे डाक में डाल दिया। वह परमात्मा को लिखे गए पत्र से कुछ भी कम नहीं था।

[6] “God, he wrote……………………………..with God!”

उसने लिखा, “भगवान्, यदि तुम मेरी सहायता नहीं करोगे, तो मेरा परिवार और मैं इस वर्ष भूखे रहेंगे। मुझे अपने खेत को फिर से बोने के लिए तथा अगली फसल पकने तक जीवित रहने के लिए, मुझे एक सौ पेसोस की जरूरत है क्योंकि ओलावृष्टि ने…?”

उसने लिफाफे पर लिखा, ‘भगवान्’ को पत्र’ और इसे अंदर डाला और कस्बे में गया। डाकघर जाकर उसने पत्र पर स्टाम्प लगाई और इसे मेल बॉक्स में डाल दिया।

डाकघर का एक कर्मचारी जो डाकिया था और डाकघर में सहायता भी किया करता था, खुले दिल से हंसते हुए अपने बॉस के पास गया और उसने परमात्मा के नाम लिखे गए पत्र को दिखाया। एक डाकिए के रूप में अपनी नौकरी के दौरान उसने कभी भी ऐसा पता नहीं देखा था। पोस्टमास्टर, जो एक मोटा, मैत्रीपूर्ण एवं खुशमिजाज (सज्जन) व्यक्ति था, पत्र को देखकर जोर से हँसा लेकिन शीघ्र ही वह गम्भीर हो गया और पत्र को उसने अपने डैस्क पर थपथपाते हुए कहा, “क्या अद्भुत विश्वास है। काश इस पत्र लेखक की भांति ही भगवान् में मेरी अडिग आस्था होती। उस व्यक्ति का भगवान् में ऐसा अडिग विश्वास था कि उसने भगवान् से पत्र व्यवहार करना शुरू किया है।”

[7] So, in order…………………………………………….God.

इसलिए पत्र लेखक का भगवान् पर विश्वास न डगमगा जाए, पोस्टमास्टर के दिमाग में एक विचार आया कि उस पत्र का उत्तर दिया जाय। लेकिन जब उसने पत्र को खोला, यह स्पष्ट हो गया कि इस पत्र में उत्तर देने के लिए नेक भावना के अतिरिक्त कुछ अन्य चीज की जरूरत थी। लेकिन वह अपने निश्चय पर अडिग रहा; उसने अपने कर्मचारियों से पैसे देने के लिए कहा, उसने स्वयं भी अपने तनख्वाह का कुछ अंश दिया और उसके अनेकों दोस्तों ने भी इस नेक दानशीलता के कार्य में कुछ न कुछ दिया।

उसके लिए एक सौ पेसोस का धन एकत्रित करना असम्भव था, इसलिए वह उस किसान को आधे से थोड़ा अधिक धन ही भेजने में समर्थ हो पाया। उसने धन को एक लिफाफे में रखा और लिफाफे पर लेंचो का पता लिखा और धन के साथ एक पत्र भी उसने डाल दिया। जिस पर केवल एक शब्द हस्ताक्षर के रूप में लिखा गया था : भगवान्।

[8] The following……………………………had requested.

अगले रविवार को वह अन्य दिनों की तुलना में यह पता लगाने के लिए थोड़ा जल्दी आया कि क्या उसका कोई पत्र आया था। यह स्वयं डाकिया था जिसने उसे पत्र दिया था, जबकि पोस्टमास्टर एक नेक कार्य करने वाले व्यक्ति की संतुष्टि का अनुभव करते हुए अपने दफ्तर से देख रहा था।

लेंचो ने धन को देखकर जरा सी भी हैरानी प्रदर्शित नहीं की, ऐसी उसकी दृढ़ आस्था थी। लेकिन जब उसने पेसोस की गिनती की तो वह क्रोधित हो गया। भगवान् गलती कर ही नहीं सकता, न ही वह उसकी प्रार्थना को स्वीकार करने से मना कर सकता था।

[9] Immediately, Lencho……………..crooks. Lencho.”

शीघ्र ही लेंचो खिड़की पर कागज और स्वाही माँगने के लिए गया। आम जनता की लेखन टेबल पर, उसने लिखना शुरू किया उस समय उसके माथे पर सलवटें थी, जो कि अपने विचारों को व्यक्त करने के प्रयत्न के कारण प्रकट हुई थी। जब उसने लिखना समाप्त किया, तब वह स्टैम्प खरीदने के लिए खिड़की पर गया, जिसे चाटकर उसने लिफाफे पर हथेली मारकर लगा दी। जैसे ही उसने पत्र को मेलबॉक्स में डाला, पोस्टमास्टर इसे खोलने के लिए गया।

पत्र में लिखा था, “भगवान्, वह धन जिसे मैंने आपसे मांगा था, वह केवल 70 पेसोस ही मेरे पास पहुँचा। बचा हुआ धन मुझे भेज दीजिये क्योंकि मुझे इसकी बहुत ज्यादा जरूरत है। लेकिन इसे मेरे पास डाक द्वारा न भेजें क्योंकि पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी ठगों के एक समूह हैं, लेंचो।”

FAQs

Who is the author of A Letter to God?

G.L. Fuentes is the author of A Letter to God.

What is the main theme of the story A Letter to God?

The main theme of the story A Letter to God is to discuss the power of immense faith in God.

तो इस तरह आपने Class 10 NCERT English First Flight Prose Chapter 1 यानि A Letter to God का Hindi Summary & Explanation पढ़ लिया है।

Jalandhar Paswan is pursuing Master's in Computer Applications at MMMUT Campus. He is Blogger & YouTuber by the choice and a tech-savvy by the habit.

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