The Fun They Had Class 9 Summary & Explanation

खुलकर सीखें के इस ब्लॉगपोस्ट The Fun They Had Class 9 Summary & Explanation में आप Class 9 NCERT English Beehive Chapter 1 यानि The Fun They Had का Summary और लाइन बाई लाइन करके हिन्दी व्याख्या करना सीखेंगे।

सबसे पहले आप इस चैप्टर के बारे में पढ़ते हुए लेखक के बारे में जानेंगे और फिर इसका Summary पढ़ने के बाद आप इस पाठ के एक-एक लाइन का हिंदी अनुवाद भी इसी पेज पर पढ़ सकेंगे।

About the Lesson – The Fun They Had

The Fun They Had is a science-fiction story set in the year 2157. It imagines how children in the future might study with mechanical teachers and learn at home instead of going to school. The story highlights the contrast between the present-day schooling system (with books, teachers, and classmates) and the future system (with computers and personalised education). It shows how children of the future may feel curious and even nostalgic about the schools of the past.

About the Lesson in Hindi

“द फन दे हैड” वर्ष 2157 में घटित एक विज्ञान-कथा है। यह कल्पना करती है कि भविष्य में बच्चे कैसे यांत्रिक शिक्षकों के साथ अध्ययन करेंगे और स्कूल जाने के बजाय घर पर ही सीखेंगे। यह कहानी वर्तमान स्कूली शिक्षा प्रणाली (किताबों, शिक्षकों और सहपाठियों के साथ) और भविष्य की प्रणाली (कंप्यूटर और व्यक्तिगत शिक्षा के साथ) के बीच के अंतर को उजागर करती है। यह दर्शाती है कि भविष्य के बच्चे अतीत के स्कूलों के बारे में कैसे उत्सुक और उदासीन महसूस कर सकते हैं।


About the Author – Isaac Asimov

Isaac Asimov (1920–1992) was a Russian-born American writer and professor of biochemistry. He is best known for his science fiction works and popular science books. Asimov wrote over 500 books, including short stories, novels, and essays. He is considered one of the greatest science fiction writers of the 20th century. His works often deal with themes of technology, robots, space exploration, and the relationship between humans and machines.

About the Author in Hindi

आइज़ैक असिमोव (1920-1992) एक रूसी मूल के अमेरिकी लेखक और जैव रसायन विज्ञान के प्रोफेसर थे। वे अपनी विज्ञान कथा रचनाओं और लोकप्रिय विज्ञान पुस्तकों के लिए जाने जाते हैं। असिमोव ने 500 से अधिक पुस्तकें लिखीं, जिनमें लघु कथाएँ, उपन्यास और निबंध शामिल हैं। उन्हें 20वीं सदी के महानतम विज्ञान कथा लेखकों में से एक माना जाता है। उनकी रचनाएँ अक्सर तकनीक, रोबोट, अंतरिक्ष अन्वेषण और मनुष्यों और मशीनों के बीच संबंधों जैसे विषयों पर केंद्रित होती हैं।


Summary of The Fun They Had

Short Summary:
The Fun They Had by Isaac Asimov is a futuristic story about two children, Margie and Tommy, who discover an old book about traditional schools. They compare it with their present schooling through mechanical teachers and e-books. Margie dislikes her robotic education system and imagines how much fun children must have had in the past when they studied together in real schools with human teachers.

Hindi Summary of The Fun They Had

आइज़ैक असिमोव की “द फन दे हैड” दो बच्चों, मार्गी और टॉमी, की एक भविष्य की कहानी है, जिन्हें पारंपरिक स्कूलों के बारे में एक पुरानी किताब मिलती है। वे इसकी तुलना यांत्रिक शिक्षकों और ई-पुस्तकों के माध्यम से अपनी वर्तमान स्कूली शिक्षा से करते हैं। मार्गी को अपनी रोबोटिक शिक्षा प्रणाली पसंद नहीं है और वह कल्पना करती है कि अतीत में बच्चों को कितना मज़ा आता होगा जब वे असली स्कूलों में मानव शिक्षकों के साथ पढ़ते थे।


The Fun They Had Summary in English

The story begins with Margie, an 11-year-old girl, writing in her diary on May 17, 2157. She writes about her friend Tommy, who found an old real book in the attic of his house. The book fascinated both of them because it was very different from the electronic books they were used to. Its words did not move on a screen but were printed permanently on paper.

Margie disliked her mechanical teacher, a robot-like machine that taught her different subjects according to her level. She especially hated geography because her teacher had been giving her difficult tests, and she was performing poorly. Her mother had even called the County Inspector to fix the machine.

Tommy explained that the book he found was about schools centuries ago, where children went to a special building, studied together, and were taught by human teachers. Margie was surprised to hear this, as she could not imagine children sitting together, laughing, playing, and learning in groups.

Margie’s mother reminded her to return to her lessons. As she sat in front of her mechanical teacher, she kept thinking about the old schools, the fun children must have had learning together, and wished she could experience it too.

The Fun They Had Summary in Hindi

कहानी की शुरुआत 11 साल की लड़की मार्गी से होती है, जो 17 मई, 2157 को अपनी डायरी में लिखती है। वह अपने दोस्त टॉमी के बारे में लिखती है, जिसे उसके घर की अटारी में एक पुरानी असली किताब मिली थी। यह किताब उन दोनों को इसलिए पसंद आई क्योंकि यह उन इलेक्ट्रॉनिक किताबों से बहुत अलग थी जिनका वे इस्तेमाल करते थे। इसके शब्द स्क्रीन पर नहीं चलते थे, बल्कि कागज़ पर स्थायी रूप से छपे होते थे।

मार्गी को अपनी यांत्रिक शिक्षिका, एक रोबोट जैसी मशीन जो उसे उसके स्तर के अनुसार अलग-अलग विषय पढ़ाती थी, नापसंद थी। उसे भूगोल से ख़ास तौर पर नफ़रत थी क्योंकि उसकी शिक्षिका उसे कठिन परीक्षाएँ दे रही थी, और उसका प्रदर्शन खराब था। उसकी माँ ने मशीन ठीक करने के लिए काउंटी इंस्पेक्टर को भी बुलाया था।

टॉमी ने बताया कि उसे जो किताब मिली थी, वह सदियों पुराने स्कूलों के बारे में थी, जहाँ बच्चे एक खास इमारत में जाते थे, साथ पढ़ते थे, और उन्हें मानव शिक्षक पढ़ाते थे। मार्गी यह सुनकर हैरान रह गई, क्योंकि वह बच्चों को एक साथ बैठकर हँसते, खेलते और समूहों में सीखते हुए कल्पना भी नहीं कर सकती थी।

मार्गी की माँ ने उसे अपनी पढ़ाई फिर से शुरू करने की याद दिलाई। अपने यांत्रिक शिक्षक के सामने बैठी, वह पुराने स्कूलों के बारे में सोचती रही, बच्चों को साथ मिलकर सीखने में कितना मज़ा आता होगा, और काश वह भी ऐसा अनुभव कर पाती।

Q&A of The Fun They Had


The Fun They Had Explanation in Hindi

The Fun They Had का हिन्दी अर्थ होगा – ‘जो मज़ा उन्हें था’ इस चैप्टर को एक रूसी मूल के अमेरिकी लेखक आइज़ैक असिमोव के द्वारा लिखा गया है। नीचे Class 9 NCERT English Beehive Prose Chapter 1 यानी The Fun They Had का Paragraph wise Hindi Translation दिया गया है।

[1] Margie……………………..first time.

माजों ने उस रात इसके विषय में भी अपनी डायरी में लिखा। 17 मई, 2157 शीर्षक वाले पृष्ठ पर उसने लिखा, “आज टॉमी को एक वास्तविक पुस्तक मिली!”

यह एक बहुत पुरानी पुस्तक थी। मार्जी के दादाजी ने एक बार कहा था कि जब वह एक छोटे बालक थे, तो उनके दादाजी ने उन्हें बताया था कि एक समय था जब सारी कहानियाँ कागज पर छपा करती थीं।

उन्होंने पन्ने पलटे, जो पीले तथा मुड़े तुड़े थे, और उन शब्दों को जिनको आप जानते हैं जो स्क्रीन पर उस प्रकार गतिमान थे जैसा कि सोचा जाता है- पढ़ना बड़ा अजीब था और जब वे फिर से पिछले पेज पर गए, तो उस पर वे ही शब्द थे जिन्हें उन्होंने पहली बार पढ़ा था।

[2] “Gee,”……………………”school.”

“आश्चर्य,” टॉमी ने कहा, “कैसी अपव्ययता है, जब आप पूरी पुस्तक पढ़ लेते हैं, तो, मैं समझता हूँ, आप इसे फेंक देते हैं। हमारे टेलीविजन की स्क्रीन (परदे) पर लाखों किताबें होगी और कहीं और ज्यादा आ सकती है। मैं इसे नहीं फेंकूगा।

“मेरे साथ भी ऐसा ही है,” मार्जी ने कहा। वह ग्यारह वर्ष की थी तथा उसने टॉमी जितनी टेलीपुस्तके नहीं देखी थीं। वह तेरह वर्ष का था।

उसने कहा, “तुम्हें यह कहाँ से मिली?”
“मेरे घर में।” उसने बिना देखे संकेत किया, क्योंकि वह पढ़ने में व्यस्त था। “दुछत्ती (अटारी) में।”
“यह किसके बारे में है?”
“विद्यालय के।”

[3] Margie……………………..Inspector.

मार्जी तिरस्कार से भर गई। “विद्यालय? विद्यालय के बारें में लिखने के लिए क्या है? मैं विद्यालय से घृणा करती हूँ।”

मार्जी हमेशा विद्यालय से घृणा करती थी, परन्तु अब उसे इससे पहले से अधिक घृणा हो गई। यान्त्रिक (बुद्धिरहित) अध्यापक उसे भूगोल में परीक्षा-पर-परीक्षा दे रहा था और वह बद से बदतर किए जा रही थी जब तक कि उसकी माँ ने दुःखी होकर अपना सिर नहीं हिलाया और क्षेत्रीय निरीक्षक को नहीं बुलवा लिया।

[4] He was……………………no time.

वह लाल चेहरे वाला गोल-मटोल नाटा व्यक्ति था जिसके पास डायलों तथा तारों सहित मंत्रों से भरा पूरा बक्सा था। वह माजों को देखकर मुस्कराया और उसने उसे एक सेब दिया और फिर उसने यांत्रिक (बुद्धिरहित) अध्यापक के पुजें खोल दिए। मार्जी को आशा थी कि उसे इसे पुनः जोड़ना नहीं आता होगा, परंतु उसे सब कुछ ठीक करना कितनी अच्छी तरह से आता था, और लगभग एक घण्टे के बाद, यह पुनः वहां था बड़ा व काला एवं भ‌द्दा एक बड़े पर्दे के साथ, जिस पर सारे पाठ दिखाए गए थे तथा प्रश्न पूछे गए थे। वह इतना बुरा भी नहीं था। मार्जी जिस भाग से सबसे ज्यादा घृणा करती यी वह या खाँचा जिसमें उसे गृहकार्य तथा परीक्षा प्रश्न-पत्र रखने होते थे। उसे उन्हें हमेशा पंचकोड में लिखना होता था जो उसे तब सिखाए गए थे जब वह छह वर्ष की थी, और यान्त्रिक (बुद्धिरहित) अध्यापक बिना समय लिए चिन्हों या निशानों की गणना कर देता था।

[5] The Inspector…………………….school?”

कार्य समाप्त करने के बाद निरीक्षक मुस्कराया तथा उसने मार्जी का सिर थपथपाया। उसने (निरीक्षक ने) उसकी (मार्जी की) माताजी से कहा, “श्रीमती जोन्स यह इस छोटी बच्ची का दोष नहीं है। मेरे विचार से भूगोल का भाग थोड़ा अधिक तेज चल रहा था। कभी-कभी ऐसा होता है। मैंने इसे औसतन दस वर्ष के बच्चे के स्तर तक धीमा कर दिया है। वस्तुतः, कुल मिलाकर उसकी प्रगति का प्रतिमान (स्वरूप) काफी संतोषजनक है।” और उसने मार्जी का सिर पुनः थपथपाया।

मार्जी हताश थी। वह आशा कर रही थी कि वे अध्यापक को पूरी तरह दूर ले जाएँगे। वे एक बार टॉमी के अध्यापक को लगभग एक माह के लिए इसलिए दूर ले गए थे क्योंकि इतिहास का भाग पूर्णतः खाली हो चुका था। इसलिए उसने टॉमी से कहा, “विद्यालय के बारे में कोई क्यों लिखेगा?”

[6] Tommy……………………..questions.”

टॉमी ने उस पर अति श्रेष्ठता भरी दृष्टि डाली। “क्योकि यह हमारे विद्यालय की तरह का विद्यालय नहीं है, मूर्ख। यह उस प्रकार का पुराना विद्यालय है जो कि सैकड़ों-सैकड़ों वर्ष पूर्व हुआ करते थे।” शब्दों को सावधानीपूर्वक उच्चरित करते हुए एवं श्रेष्ठत्ता दशति हुए उसने आगे कहा, “शताब्दियों पूर्व।”

मार्जी आहत हुई। “ठीक है, मुझे नहीं पता उस समय, पहले किस प्रकार के विद्यालय हुआ करते थे।” उसने कुछ समय तक उसके (टॉमी के) कन्धे के ऊपर पुस्तक पढ़ी, फिर कहा, “जो भी हो, उनका एक अध्यापक भी था।”

“निश्चित रूप से उनका एक अध्यापक होता था, किन्तु यह यांत्रिक (बुद्धिहीन) अध्यापक की भांति नियमित अध्यापक नहीं होता था। यह एक मानव (मनुष्य) था।”

“एक मनुष्य? कोई मनुष्य अध्यापक कैसे हो सकता है?”
“अच्छा, वह तो छात्र और छात्राओं को कुछ बातें बताया करता था तथा उन्हें गृहकार्य दिया करता था और उनसे प्रश्न पूछा करता था।”

[7] “A man…………………….age.”

“कोई मनुष्य इतना बुद्धिमान् नहीं होता है।”
“निश्चित रूप से वह बुद्धिमान है। मेरे पिताजी उतना ही जानते हैं, जितना मेरे अध्यापक।”
“वह लगभग उतना ही जानता है, मैं शर्त लगाता हूँ।”
मार्जी बहस करने के लिए तैयार नहीं थी। उसने कहा, “मैं नहीं चाहूं‌गी कि कोई अजनबी व्यक्ति मेरे घर मुझे पढ़ाने आए।”

टॉमी हँसी के मारे चीख पड़ा। “तुझे ज्यादा नहीं पता, माजों। अध्यापक मकान में नहीं रहते थे। उनके पास एक विशेष प्रकार का भवन हुआ करता था और सारे बच्चे वहीं जाया करते थे।”
“और सारे बच्चे एक समान विषय-वस्तु सीखते थे?”
“निश्चित ही, यदि वे एक समान उम्र के होते थे तो।”

[8] “But my…………………….school?”.

“किन्तु मेरी माताजी कहती है कि अध्यापक को अपने पढ़ाने वाले प्रत्येक लड़के और लड़की की बुद्धि (समझ) के अनुसार सामंजस्य स्थापित करना पड़ता है और यह कि प्रत्येक बच्चे को भिन्न प्रकार से पढ़ाना होता है।”
“इसी प्रकार वे इसे तब इस प्रकार नहीं किया करते थे। यदि तुम्हें पसन्द नहीं है, तो तुम्हें पुस्तक नहीं पड़नी है।”

“मैंने यह नहीं कहा कि यह मुझे पसन्द नहीं है,” माजों ने शीघ्रता से कहा। वह उन विचित्र विद्यालयों के विषय में पढ़ना चाहती थी।
उन्होंने आधी (पुस्तक) भी समाप्त नहीं की थी कि मार्जी की माताजी ने पुकारा, “मार्जी! विद्यालय!”
मार्जी ने ऊपर देखा। “अभी नहीं, माँ!”
“अब!” श्रीमती जोन्स ने कहा, “और शायद टॉमी का भी समय हो गया है।”
मार्जी ने टॉमी से कहा, “क्या मै विद्यालय के बाद तुम्हारे साथ यह पुस्तक थोड़ा और पढ़ सकती हूँ?”

[9] “May be,”…………………….slot.”

“सम्भवतः”, उसने उदासीनता से कहा। वह उस धूल भरी पुरानी पुस्तक को अपनी बांह के नीचे दबाकर चला गया।
मार्जी विद्यालय-कक्ष में गई। यह उसके शयनकक्ष के ठीक बगल में था और यान्त्रिक (बुद्धिरहित) अध्यापक तैयार था तथा उसकी प्रतीक्षा कर रहा था। शनिवार व रविवार के अतिरिक्त यह प्रतिदिन हमेशा इसी समय खुला रहता था क्योंकि उसकी माताजी कहती थी कि छोटी लड़कियाँ यदि नियमित घंटे पढ़ें, तो वे बेहतर सीखती हैं।

पर्दा (स्क्रीन) प्रकाशित हुआ, और इसने कहा, “आज का अंकगणित का पाठ उचित भिन्नों के जोड़ पर है। कृपया कल के गृहकार्य को उचित खाँचे में डालें।”

[10] Margie…………………….had.

मार्जी ने आह भरते हुए ऐसा किया। वह उन पुराने विद्यालयों के विषय में सोच रही थी, जो तब हुआ करते थे, जब उसके दादाजी के दादाजी एक छोटे बालक थे। पूरे पड़ोस के सारे बच्चे आया करते थे, विद्यालय प्रांगण में हँसते-बिल्लाते थे, विद्यालय कक्ष में साथ-साथ बैठते थे और दिन के अन्त में साथ-साथ घर चले जाते थे। वे एक समान विषय-वस्तु सोखते थे, इसलिए वे गृहकार्य में एक-दूसरे की मदद कर सकते थे और इसके विषय में बात कर सकते थे।

और अध्यापक व्यक्ति हुआ करते थे….
यान्त्रिक (बुद्धिहीन) अध्यापक पर्दे पर चमक रहा था- “जब हम भिन्न 1/2 तथा 1/4 को जोड़ते हैं….”
मार्जी सोच रही थी कि पुराने दिनों में बच्चों को यह अवश्य ही कितना अच्छा लगता होगा। वह सोच रही थी कि उन्होंने कितना आनंद लिया होगा।

Hi, Myself Jalandhar Paswan. Here, I provide detailed study materials, board exam tips, and step-by-step NCERT textbook solutions for Hindi medium students like you.

Leave a Comment

Share via: