खुलकर सीखें के इस ब्लॉगपोस्ट में हम A Question of Trust Class 10 Hindi Explanation यानि Class 10 NCERT English Supplementary Chapter 4 या फिर यूँ कहें की Class 10 English Footprints Without Feet Chapter 4 का लाइन बाई लाइन करके Hindi Explanation करना सीखेंगे।
लेकिन सबसे पहले A Question of Trust Class 10 Hindi Explanation के अंतर्गत हम A Question of Trust Class 10 के About the Author और फिर About the Lesson के बारे में पढ़ेंगे और उसके बाद हम इस चैप्टर का Summary देखेंगे।
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A Question of Trust Class 10
- 1.1 A Question of Trust Class 10 About the Author
- 1.2 A Question of Trust About the Author in Hindi
- 1.3 A Question of Trust Class 10 About the Lesson
- 1.4 A Question of Trust About the Lesson in Hindi
- 1.5 A Question of Trust Class 10 Summary
- 1.6 A Question of Trust Summary in Hindi
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1.7
A Question of Trust Class 10 Hindi Explanation
- 1.7.1 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-1
- 1.7.2 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-2
- 1.7.3 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-3
- 1.7.4 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-4
- 1.7.5 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-5
- 1.7.6 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-6
- 1.7.7 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-7
- 1.7.8 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-8
- 1.7.9 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-9
- 1.7.10 A Question of Trust Hindi Explanation – Para-10
- 2 FAQs
A Question of Trust Class 10
A Question of Trust का हिंदी अर्थ होगा – भरोसे का सवाल। इस चैप्टर को Victor Canning ने लिखा है; जोकि एक ब्रिटिश लेखक थे। विक्टर कैनिंग एक अंग्रेजी उपन्यासकार और नाटककार थे। चलिए लेखक Victor Canning के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।
A Question of Trust Class 10 About the Author
Victor Canning was an English novelist and playwright who born in 1911 and died in 1986. He wrote more than 60 books, including detective fiction, adventure stories, and children’s books. Some of his most popular works include “Mr Finchley Discovers His England”, “The Runways” and “The Rainbird Pattern”. Canning’s novels often feature ordinary people who are caught up in extraordinary situations and have to use their wit and resourcefulness to survive. His writing style is known for its attention to detail, strong plot twists, and compelling characters. Throughout his career, Canning received critical acclaim and his books have been translated into many languages.
A Question of Trust About the Author in Hindi
विक्टर कैनिंग एक अंग्रेजी उपन्यासकार और नाटककार थे, जिनका जन्म 1911 में हुआ था और 1986 में उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने 60 से अधिक पुस्तकें लिखीं, जिनमें जासूसी कथा, साहसिक कहानियाँ और बच्चों की पुस्तकें शामिल हैं। उनके कुछ सबसे लोकप्रिय कार्यों में “मिस्टर फिंचली डिस्कवर हिज इंग्लैंड”, “द रनवे” और “द रेनबर्ड पैटर्न” शामिल हैं। कैनिंग के उपन्यासों में अक्सर सामान्य लोग होते हैं जो असाधारण स्थितियों में फंस जाते हैं और जीवित रहने के लिए उन्हें अपनी बुद्धि और संसाधनशीलता का उपयोग करना पड़ता है। उनकी लेखन शैली को विस्तार पर ध्यान देने, मजबूत कथानक के मोड़ और सम्मोहक पात्रों के लिए जाना जाता है। अपने पूरे करियर के दौरान, कैनिंग को आलोचनात्मक प्रशंसा मिली और उनकी पुस्तकों का कई भाषाओं में अनुवाद किया गया।
A Question of Trust Class 10 About the Lesson
The story “A Question of Trust” is about the main character of the story, Hares Danby, a 50 year old man who is known for being honest and good. He runs a successful business of making locks and can afford to hire two servants to help himself. To know more about the story let’s read the Summary of A Question of Trust.
A Question of Trust About the Lesson in Hindi
यह कहानी “अ क्वेश्चन ऑफ ट्रस्ट” इस कहानी के मुख्य पात्र हारेस डेंबी के बारे में है, जो एक 50 वर्षीय व्यक्ति है जो ईमानदार और अच्छे होने के लिए जाना जाता है। वह ताले बनाने का एक सफल व्यवसाय चलाता है और अपनी मदद के लिए दो नौकर रख सकता है। कहानी के बारे में अधिक जानने के लिए आइए A Question of Trust का Summary अर्थात सारांश पढ़ें।
A Question of Trust Class 10 Summary
Horace Denby was an honest and respectable man who was fifty years old but still unmarried. He was in the business of lock making. His name was counted among successful businessmen. He also had two assistants to assist him in his work. Horace Denby was good and honorable but not entirely honest. He was fond of rare and expensive books. That’s why he used to rob a safe every year. Before stealing, he used to make a good plan. And by looting money, he used to buy books secretly through an agent.
This time he inspected a house at Shotover Grange for two weeks. He studied even the smallest details about that house. One day when the family of that house was in London and the servants of the house had gone to watch a movie, he jumped inside the house from behind the garden wall. He took the key from the kitchen door hook. Then, he put on the gloves and opened the door. He was always quite careful about leaving fingerprints. A bouquet of flowers was placed on the table. He was allergic to the fragrance of flowers. When he sneezed again and again, he heard a girl’s voice. That girl pretended to be the wife of the owner of that house. She told him that she had suddenly come there as she wanted her jewelry for the night party.
Denby begged the woman to let him go home. But the woman told that she needed jewelry for the night party and she forgot the number to open the safe so she asked him to open the safe. Denby willingly opened the safe without his gloves. The girl got jewelry. Horace Denby went away happily because he had escaped captivity.
On the third day, a policeman arrested him for robbing a jewel from Shotover Grange. His fingerprints were found throughout the room at the place of robbery. He confessed that he had opened the safe at the behest of the young wife of the owner of the house. But in reality the owner’s wife was a brisk sixty-year-old woman with white hair. She said that his story was nonsense. Nobody believed Denby.
Eventually, the police arrested him. The author writes that he is now an assistant librarian in the prison. Often he reminds of the beautiful, clever, young woman who was in the same profession as he was, and who had fooled him. Now whenever someone talks to him about ‘honor among thieves’, he gets angry.
A Question of Trust Summary in Hindi
होरेस डेनबी एक ईमानदार और सम्मानित इंसान था जिसकी उम्र पचास वर्ष थी लेकिन वह अभी तक अविवाहित था। वह ताला बनाने का व्यवसाय करता था। उसका नाम सफल व्यवसायियों में गिना जाता था। उसकी कार्य में सहायता के लिए उसके दो सहायक भी थे। होरेस डेनबी अच्छा और आदरणीय था लेकिन पूर्ण रूप से ईमानदार नहीं था। उसे दुर्लभ और महंगी किताबों का शौक था। इसलिए वह प्रतिवर्ष एक तिजोरी को लूटता था। चोरी करने से पहले वह एक अच्छी योजना बनाता था। और धन लूटकर एक एजेंट के जरिए चोरी-छिपे किताबें खरीदता था।
इस बार उसने शॉटओवर ग्रेंज में दो सप्ताह तक एक घर का निरीक्षण किया। उसने उस घर के बारे में छोटी-छोटी बातों का भी अध्ययन किया। एक दिन जब उस घर का परिवार लंदन में था और घर के नौकर मूवी देखने गए हुए थे तो वह बगीचे की दीवार के पीछे से कूदकर घर के अंदर आ गया। उसने रसोई के दरवाजे के हुक से चाबी ली। फिर, उसने दस्ताने पहने और दरवाजा खोला। वह हमेशा उंगलियों के निशान छोड़ने के प्रति काफी सावधान था। टेबल पर फूलों का गुलदस्ता रखा हुआ था। फूलों की सुगंध से उसको एलर्जी थी। उसने बार-बार छींका तो उसे एक युवती की आवाज सुनाई दी। उस युवती ने उस घर के मालिक की पत्नी होने का नाटक किया। उसने उसे बताया कि वह अचानक वहाँ आई थी क्योंकि वह रात के पार्टी के लिए अपने गहने चाहती थी।
डेनबी ने उस महिला से उसे घर जाने देने का अनुरोध किया। लेकिन उस महिला ने बताया की उसको रात की पार्टी के लिए गहनों की जरूरत थी और वह तिजोरी खोलने का नंबर भूल गई थी इसलिए उसने उसे तिजोरी खोलने के लिए कहा। डेनबी ने बड़े स्वेच्छा से बिना दस्ताने के तिजोरी खोली। युवती को जेवरात मिल गए। होरेस डेनबी खुशी-खुशी चला गया क्योंकि वह कैद से बच गया था।
तीसरे दिन, एक पुलिसकर्मी ने उसे शॉटओवर ग्रेंज से गहना लूटने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। लूट की जगह उसके फिंगर प्रिंट पूरे कमरे में पाए गए थे। उसने कबूल किया कि उसने घर के मालिक की युवा पत्नी के कहने पर तिजोरी खोली थी। लेकिन वास्तव में मालिक की पत्नी सफेद बालों वाली तेज तर्रार साठ वर्षीय महिला थी। उन्होंने कहा कि उसकी कहानी बकवास थी। किसी ने भी डेनबी पर विश्वास नहीं किया।
अंततः पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। लेखक लिखते हैं की अब वह जेल में सहायक लाइब्रेरियन है। अक्सर उसे उस सुंदर, चतुर, जवान महिला की याद आती है जो उसी पेशे में थी जिसमें वह था, और जिसने उसे मूर्ख बनाया था। अब जब भी कोई उससे ‘चोरों के बीच सम्मान’ की बात करता है, तो वह क्रोधित हो जाता है।
QnA: A Question of Trust Question Answer Up Board
A Question of Trust Class 10 Hindi Explanation
चलिए अब हम Class 10 NCERT English Supplementary Chapter 4 अथवा Class 10 English Footprints without Feet Chapter 4 यानी A Question of Trust Paragraph Wise Explanation करना शुरू करते हैं।
It is said that you must set a thief to catch
a thief. But it is also said that there is
honour among thieves. Which saying does
this story illustrate?
यह कहा जाता है कि एक चोर को पकड़ने के लिए आपको एक चोर को नियुक्त कर देना चाहिए। परन्तु यह भी कहा गया है कि चोरों में सम्मान (आवर) होता है। यह कहानी इसी कहावत का उल्लेख करती है?
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-1
Everyone……………………an agent.
प्रत्येक व्यक्ति सोचता था कि होरेस डेनबी एक अच्छा, ईमानदार नागरिक है। वह लगभग पचास वर्ष की आयु का था और अविवाहित था, और वह एक नौकरानी के साथ रहता था जो उसके स्वास्थ्य के बारे में चिंतित रहती थी। वास्तव में वह प्रायः बिल्कुल ठीक-ठाक और खुश रहता था परंतु गर्मी में उसे फूलों की एलर्जी से ज्वर हो जाया करता था। वह ताले बनाता था और अपने व्यवसाय में काफी सफल था, उसके दो सहायक थे। हाँ, होरेस डेनबी अच्छा एवं आदरणीय था-लेकिन पूर्ण रूप से ईमानदार नहीं था।
पन्द्रह वर्ष पूर्व होरेस ने अपनी पहली और एकमात्र सजा जेल पुस्तकालय में बिताई थी। उसे (होरेस) को दुर्लभ, मंहगी पुस्तकों से प्यार था। इसलिए वह प्रतिवर्ष तक तिजोरी को लूटता था। प्रतिवर्ष वह सावधानीपूर्वक योजना बनाता था कि उसे क्या करना है, वह इतना धन लूट लेता था कि 12 महीने तक उसका काम चल जाता था, और गुप्त रूप से एक एजेण्ट के माध्यम से उन पुस्तकों को खरीदता था, जिनसे उसे प्यार होता था।
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-2
Now,…………………….buy them.
अब, जुलाई की चमकती हुई धूप में चलते हुए वह आश्वस्त था कि इस साल की चोरी भी अन्य सभी सालों की भाँति सफल रहेगी। दो सप्ताह से वह शॉट ओवर ग्रेन्ज़ के मकान का अध्ययन कर रहा था, इसके कमरों की, इसके बिजली के तारों, इसके रास्तों और इसके बगीचे आदि को उसने गौर से देख लिया था। आज दोपहर के बाद घर के दो नौकर, जो ग्रेन्ज़ में उस समय रहते थे। जब परिवार लंदन में था, वे सिनेमा देखने के लिए जा चुके थे। होरेस ने उन्हें जाते हुए देखा था और उसने प्रसन्नता महसूस की थी यद्यपि उसे नाक में एलर्जी की सनसनाहट थी। वह बगीचे की दीवार के पीछे से बाहर निकला; अपने औजार को जो एक थैले में सावधानीपूर्वक रखे थे, उन्हें अपनी पीठ पर डाल दिए।
ग्रेन्ज़ तिजोरी में लगभग 15,000 पौण्ड की कीमत के हीरे जवाहरात रखे हुए थे। यदि वह उन्हें एक-एक करके बेचेगा तो कम से कम 5,000 पौण्ड तो उसे मिल ही जाएँगे, यह धनराशि उसे अगले वर्ष तक प्रसन्न रखने के लिए पर्याप्त था। पतझड़ ऋतु में तीन बहुत ही रोचक पुस्तकें बाजार में बिक्री के लिए आने वाली थीं। अब वह उन्हें खरीदने के लिए धन जुटा लेगा।
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-3
He had…………………….were better.
उसने नौकरानी को चाबी रसोईघर के बाहर एक हुक पर लटकाते हुए देख लिया था। उसने दस्ताने पहने, चाबी ली तथा दरवाजा खोला। वह अपनी अंगुलियों की छाप न छोड़ने के प्रति सावधान रहता था। एक छोटा-सा कुत्ता किचन में लेटा था। वह हिला-डुला, उसने कुछ शोर किया तथा उसने अपनी पूँछ को मैत्रीपूर्वक हिलाई।
“ठीक है शेरी” होरेस ने गुजरते हुए कहा। कुत्ते को शांत रखने के लिए उन्हें सही नामों से पुकारना बहुत लाभकारी होता है तथा उन्हें प्यार दिखाया जाए।
तिजोरी ड्राइंग रूम में थी, एक घटिया चित्र के पीछे। होरेस को एक क्षण के लिए मन में आया कि पुस्तकों के बजाय चित्रों का संग्रह किया करे। पर चित्रों को रखने के लिए बड़ी जगह की जरूरत होती है। छोटे-से घर में पुस्तकें रखना ही बेहतर है।
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-4
There was……………………a safe!
मेज पर फूलों का बड़ा-सा कटोरा रखा हुआ था, इससे होरेस की नाक में सुरसुरी हुई। उसने हल्की-सी छींक मारी और फिर अपना थैला रख दिया। उसने सावधानी से अपने औजार व्यवस्थित किए। उसके पास नौकरों के घर लौटने के पूर्व 4 घंटे थे।
तिजोरी को खोलना कोई कठिन काम न था। आखिरकार सारा जीवन उसने तालों और तिजोरियों के साथ ही गुजारा था। चोरों की सूचना देने वाली घंटी बहुत घटिया थी। वह तार काटने हेतु हाल में गया। वह वापस लौटा तथा उसे फूलों की गंध पुनः आ जाने में जोरदार छीक आ गई।
लोग भी कितने मूर्ख होते हैं जब उनके पास कीमती चीजें होती हैं, होरेस ने सोचा। एक पत्रिका के लेख में इस हार का वर्णन छाया हुआ था जिसमें इसके सभी कमरों की योजना और इस कमरे के एक चित्र का जिक्र था। लेखक ने यह भी वर्णन किया था कि, एक चित्र के पीछे तिजोरी थी।
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-5
But Horace…………………now.”
लेकिन होरेस ने पाया कि फूल उसके काम में बाधा बन रहे थे। उसने अपना चेहरा रूमाल से ढक लिया। तब उसने दरवाजे से आती हुई एक आवाज सुनाई दी, “यह क्या है? जुकाम अथवा धूल की एलर्जी है?” इससे पहले कि वह सोच पाता, होरेस ने कहा, “धूल की एलर्जी, और वह फिर से छींकने लगा।
आवाज जारी रही, “तुम इसका इलाज विशेष निदान द्वारा कर सकते हो, तुम जानते हो, यदि तुम्हें पता चल जाए कि कौन-सा पौधा तुम्हारी बीमारी का कारण है। मेरे विचार से तुम किसी डॉक्टर से मिलो। यदि तुम अपने काम के बारे में गंभीर हो। मैंने अभी तुम्हारी छींक की आवाज को ऊपरी मंजिल में सुना था।”
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-6
It was…………………….at once.”
यह एक शांत, दयालु आवाज थी, लेकिन ऐसी आवाज थी जिसमें दृढ़ता थी। एक औरत दरवाजे पर खड़ी थी, और शेरी उसे चाट रहा था। यह जवान, सुन्दर थी और उसने लाल पोशाक पहन रखी थी। वह चलकर अंगीठी के पास गई और वहाँ उसने अपने आभूषण ठीक किये।
“नीचे उतरो, शेरी, “उसने कहा। “कोई भी यह सोचता होगा कि मैं एक माह के लिए गई हुई थी।” यह होरेस की ओर मुस्कराई और आगे कहना जारी रखा, “परंतु मैं बिल्कुल ठीक समय पर वापिस आ गई, यद्यपि मुझे आशा नहीं थी कि किसी चोर से मेरी मुलाकात होगी।”
होरेस को कुछ आशा जगी क्योंकि वह औरत उससे मिलकर खुश प्रतीत हुई थी। वह उस महिला से सही ढंग से पेश आकर संकट से बच सकता था। उसने जवाब दिया, “मुझे आशा नहीं थी कि मैं परिवार के एक सदस्य से मिलूंगा।” उसने सिर हिलाया। “मैं जानती हूँ कि मुझसे मुलाकात होना तुम्हारे लिए कितना दुविधापूर्ण है। तुम क्या करने वाले हो?”
होरेस ने कहा, “मेरे मन में पहला विचार तो आया कि मैं यहाँ से भाग जाऊँ।”
“अवश्य ही, तुम ऐसा कर सकते हो लेकिन मैं पुलिस को फोन कर दूंगी और तुम्हारे बारे में उन्हें सब कुछ बता दूंगी। वे तुम्हें तुरंत पकड़ लेंगे।”
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-7
Horace………………………of prison.”
होरेस ने कहा, “मैं पहले टेलीफोन के तार काट दूंगा और फिर…” वह हिचकिचाया अपने चेहरे पर एक मुस्कान के साथ। मैं सुनिश्चित करूंगा कि तुम कुछ समय तक कुछ भी न कर सको। मुझे अपने काम के लिए कुछ घण्टे पर्याप्त हैं।”
महिला ने उसकी ओर गम्भीरता से देखा। “तो क्या तुम मुझे चोट पहुँचाओगे?” होरेस रुक गया तथा फिर बोला, “मैंने शायद यह बात तुम्हें डराने के लिए कही।”
“तुम मुझे डरा नहीं सके।”
होरेस ने सुझाव दिया, “यही ठीक होगा यदि तुम भूल जाओ कि तुमने मुझे कभी देखा था। मुझे जाने दो।” आवाज में सहसा तीखापन आ गया, “क्यों जाने दूँ? तुम तो मुझे लूटने वाले थे। यदि मैं तुम्हें जाने दूं तो तुम किसी और व्यक्ति को लूटोगे, तुम जैसे लोगों से समाज को बचाना जरूरी है।”
होरेस मुस्कराया, “मैं वह आदमी नहीं हूँ जो समाज के लिए खतरा हो, मैं केवल उन लोगों के यहाँ (घर) चोरी करता हूँ जिनके पास पर्याप्त धन होता है। मैं बहुत अच्छे उद्देश्य के लिए चोरी करता हूँ। और मैं जेल जाने के विचार से घृणा करता हूँ।”
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-8
She loughed…………………….but…”
वह हँस पड़ी तथा होरेस ने विनती की यह सोचकर कि उसने महिला को राजी कर दिया है। “देखिए, मुझे आपसे कुछ माँगने का अधिकार तो नहीं है पर मैं इस समय कुछ भी कर सकता हूँ। मुझे जाने दो और मैं वचन देता हूँ कि मैं इस प्रकार का काम दोबारा नहीं करूँगा। मैं सच कह रहा हूँ।”
वह चुप थी और उसकी और गौर से देख रही थी। वह फिर बोली, “तुम वास्तव में ही जेल जाने से डरते हो, है न?” वह सिर हिलाते हुए उसके पास आई “मैंने सदैव ही गलत किस्म के लोगों को पसंद किया है।”
उसने मेज पर से एक चाँदी का बॉक्स उठाया और इसमें से एक सिगरेट निकाली। होरेस उसे प्रसन्न रखने का इच्छुक था और यह देखकर कि वह उसकी सहायता कर सकती है, उसने अपने दस्ताने उतारे और उसे अपना सिगरेट लाइटर दे दिया।
“आप मुझे जाने देंगी न?” उसने लाइट महिला की ओर बढ़ाई।
“हाँ, लेकिन तुम्हें मेरी खातिर एक काम करना पड़ेगा।”
“जो तुम कहोगी, वह मैं करूंगा।”
“लंदन रवाना होने से पहले, मैंने अपने पति से कहा था कि अपने जेवर यहाँ तिजोरी में ही छोड़ गई थी। मैं आज रात को पार्टी में इन जेवरों को पहनना चाहती हूँ, इसलिए मैं उन्हें लेने के लिए नीचे आई थी, परंतु…..”
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-9
Horace smiled…………………….Grange.
होरेस मुस्कराया। “आप तिजोरी खोलने का नम्बर भूल गई हैं, है न?”
“हाँ”, युवा महिला ने जवाब दिया।
“यह काम मुझ पर छोड़ दीजिए और वे आपको एक घण्टे के अन्दर-अंदर मिल जायेंगे। लेकिन मुझे आपकी तिजोरी को तोड़ना पड़ेगा।”
“उसके बारे में चिन्ता मत करो। मेरे पति यहाँ एक महीने तक नहीं आयेंगे, और उस समय तक मैं सेफ (तिजोरी) को ठीक करा लूँगी।”
और एक घण्टे के अंदर-अंदर ही होरेस ने तिजोरी खोल दी, उसे आभूषण दिए और खुशी-खुशी वहाँ से चल दिया।
दो दिनों तक उसने उस दयालु महिला को दिया वचन याद रखा। पर तीसरे दिन प्रातःकाल उसे अपनी चाहत की पुस्तकों की याद आई और उसे लगा कि उसे अन्य तिजोरी की तलाश करनी पड़ेगी। लेकिन अपनी योजना को शुरू करने का अवसर ही नहीं मिला। दोपहर तक एक पुलिसमैन शोटोवर ग्रेज़ से जेवरात चुराने के आरोप में उसे बंदी बनाकर ले गया।
A Question of Trust Hindi Explanation – Para-10
His fingerprints…………………….thieves’.
उसकी अंगुलियों के निशान सारे कमरे में बिखरे पाए गये थे, क्योंकि उसने तिजोरी बिना दस्ताने के खोली थी और किसी ने भी उस पर विश्वास नहीं किया जब उसने कहा कि घर की मालकिन के कहने पर उसके लिए उसने तिजोरी खोली थी। मकान मालिक की पत्नी, जो सफेद बालों वाली तेज तर्रार 60 वर्षीय महिला थी, ने कहा कि उसकी कहानी बकवास है।
होरेस अब जेल में पुस्तकालय का कामकाज देखता है। अक्सर उसे सुंदर, चतुर, जवान महिला की याद आती है जो कि उसके स्वयं के धंधे में थी, और जिसने उसे मूर्ख बनाया था। जब भी कोई उससे चोरों में आत्म-सम्मान की बात करता है, तो वह क्रोधित हो जाता है।
FAQs
‘Victor Canning’ the author of the story A Question of Trust.
What is the moral of the story ‘A Question of Trust’?
The moral of this story is that one should not trust anyone blindly. Before believing whatever the person claims to be, we must observe his symptoms and behavior. Trust is hard to earn but once it is lost it is even more difficult to regain.