Board Exam me Copy Kaise Likhe: आख़िर बोर्ड परीक्षा में कॉपी लिखने का सही तरीका क्या है? ये सवाल किसी न किसी समय लगभग हर विद्यार्थी के मन में आता ही है; और निश्चित रूप से आना भी चाहिए क्योंकि अगर आप बोर्ड परीक्षा की कॉपी लिखने का सही तरीका नहीं जानेंगे तो आप कितना भी पढ़ लिए हों बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक नहीं हासिल कर पाएंगे।
ऐसे में बोर्ड परीक्षा की कॉपी में लिखने का तरीका जानना आपके लिए बहुत जरूरी हो जाता है। तो इसी बात को ध्यान में रखते हुए खुलकर सीखें के आज के इस ब्लॉगपोस्ट में मैं आपको बताऊँगा की बोर्ड परीक्षा की कॉपी लिखने का सही तरीका क्या है? अर्थात बोर्ड परीक्षा में कॉपी कैसे लिखी जाती है? जिससे आप बोर्ड परीक्षा में अच्छे नंबर ला सकें।
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Board Exam me Copy kaise likhe
- 1.1 लिखने के लिए दो से अधिक पेन साथ में रखें।
- 1.2 नए पेन से मत लिखें।
- 1.3 क्वेश्चन पेपर को ढंग से पढ़े।
- 1.4 पेपर देखकर घबराएं नहीं।
- 1.5 कॉपी का प्रथम पेज सावधानी से भरें।
- 1.6 कॉपी पर साफ़-सुथरा लिखें।
- 1.7 व्याकरण पर विशेष ध्यान दें।
- 1.8 कॉपी पर केवल प्रश्न-संख्या ही लिखें।
- 1.9 जितना जरूरत हो उतना ही लिखें।
- 1.10 जो प्रश्न आ रहा हो, उसे पहले हल करें।
- 1.11 सभी प्रश्नों के उत्तर लिखने का प्रयास करें।
- 1.12 महत्वपूर्ण शब्दों को अंडरलाइन करें।
- 1.13 कॉपी में लेफ्ट साइड मार्जिन अवश्य दें।
- 1.14 अतिरिक्त कॉपियों पर रोल नंबर ज़रूर लिखें।
- 1.15 आवश्यक चित्रों को ज़रूर बनाएं।
- 1.16 कॉपी शान्ति से लिखें।
- 2 बोर्ड परीक्षा में कुछ ना आए तो क्या करें?
- 3 FAQs
Board Exam me Copy kaise likhe
- लिखने के लिए दो से अधिक पेन साथ में रखें।
- नए पेन से मत लिखें।
- क्वेश्चन पेपर को ढंग से पढ़े।
- पेपर देखकर घबराएं नहीं।
- कॉपी का प्रथम पेज सावधानी से भरें।
- कॉपी पर साफ़-सुथरा लिखें।
- व्याकरण पर विशेष ध्यान दें।
- कॉपी पर केवल प्रश्न संख्या ही लिखें।
- जितना जरूरत हो उतना ही लिखें।
- जो प्रश्न आ रहा हो, उसे पहले हल करें।
- सभी प्रश्नों के उत्तर लिखने का प्रयास करें।
- महत्वपूर्ण शब्दों को अंडरलाइन करें।
- कॉपी में लेफ्ट साइड मार्जिन अवश्य दें।
- अतिरिक्त कॉपियों पर रोल नंबर ज़रूर लिखें।
- आवश्यक चित्रों को ज़रूर बनाएं।
- कॉपी शान्ति से लिखें।
ये सभी Important points 10th और 12th Board के विद्यार्थियों के लिए समान रूप से उपयोगी है। इन्फैक्ट इसका ध्यान आपको सभी तरह के लिखित परीक्षाओं रखना चाहिए। तो चलिए उपर्युक्त बिंदुओं के बारे में एक-एक करके विस्तार से समझते हैं।
लिखने के लिए दो से अधिक पेन साथ में रखें।
साथियों, परीक्षा में लिखने के लिए हमेशा दो से अधिक पेन साथ में रखना चाहिए। आप चाहें तो दो काला और दो नीला पेन रख सकते हैं। आपको प्रश्न संख्या और हेडिंग वग़ैरह काले पेन से लिखना चाहिए तथा उत्तर नीले पेन से लिखना चाहिए।
नए पेन से मत लिखें।
आपको बोर्ड परीक्षा में या किसी भी अन्य परीक्षा में नए पेन से बिलकुल भी नहीं लिखना चाहिए। तुरंत ख़रीदे हुए पेन शुरू में कुछ समय तक स्मूथ नहीं चलते हैं; ऐस में कुछ विद्यार्थी नए पेन से सीधे बोर्ड परीक्षा में लिखकर अपनी लिखावट ख़राब कर लेते हैं।
विद्यार्थियों को चाहिए कि पहले पेन खरीदकर घर पर ही किसी स्वच्छ कागज़ पर कुछ पेज लिख लें ताकि कलम स्मूथ चलने लगे और उसका प्रयोग वह बोर्ड एग्जाम में करें। इससे हैण्ड-राइटिंग अच्छी होगी।
क्वेश्चन पेपर को ढंग से पढ़े।
कुछ विद्यार्थी पेपर मिलते ही हल करना प्रारम्भ कर देते हैं और बाद में उन्हें पता चलता है कि इस प्रश्न को हल ही नहीं करना था और अगर करना भी था तो इसका Answer (उत्तर) केवल 60 शब्दों में लिखना था।
स्टूडेंट आपको बिलकुल भी ऐसा नहीं करना चाहिए। Question Paper (प्रश्न-पत्र) मिलते ही आपको प्रश्न-पत्र को ढंग से पढ़ना चाहिए। पेपर के शुरुआत में यानी पहले पेज पर ही कुछ Important Instructions (महत्वपूर्ण-निर्देश) लिखे होते हैं; उनको अच्छे से समझने के बाद और पूरे पेपर को एक बार अच्छे से देखने के बाद ही आपको हल करना शुरू करना चाहिए।
Note: ध्यान रखें, पेपर पढ़ने में 15 मिनट से अधिक समय कदापि न लगायें।
पेपर देखकर घबराएं नहीं।
पेपर पढ़ने के बाद या पेपर देखने के बाद कुछ विद्यार्थी घबरा जाते हैं। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो पेपर मिलने से पहले ही जैसे ही एग्जाम हॉल में पहुँचते हैं , उनकी मानसिक स्थिति ख़राब हो जाती है। साथियों! आपको बिलकुल भी घबराना नहीं है; क्योंकि परेशान होने से आप अपना ध्यान केंद्रित करने की क्षमता खो सकते हैं इससे जिस सवाल का जवाब आपको पता था, वह भी भूल सकता है।
Board Exam me Paper Kaise Likhe के सभी बिंदुओं को ठीक-ठीक जानने के बाद मैं आपको ये भी बताऊँगा कि अगर आपको बोर्ड परीक्षा में कुछ नहीं आ रहा है तो आप क्या कर सकते हैं; ताकि आप कम से कम उत्तीर्ण हो सकें।
कॉपी का प्रथम पेज सावधानी से भरें।
आपको कॉपी का प्रथम पेज बहुत ही सावधानी से भरना है क्योंकि अगर आप एक बार इसको गलत भर देंगे तो आपको दूसरा कॉपी नहीं मिलेगा। आपको उसी को काटकर सही करके लिखना पड़ेगा। इससे कॉपी चेक करने वाले शिक्षक या शिक्षिका का First Impression ही ख़राब हो जाएगा। और आप कई बार सुने ही होंगे की ‘First impression is the last impression.’ तो आपको कॉपी का प्रथम पेज बहुत सावधानी से भरना है।
बोर्ड परीक्षा की कॉपी के पहले पेज पर आपको अपना रोल नंबर (अंकों में तथा शब्दों में), विषय एवं प्रश्न-पत्र तथा संकेतांक, परीक्षा का दिन, परीक्षा तिथि एवं पाली, केंद्र का नाम और परीक्षा-कक्ष संख्या इत्यादि भरना होता है।
अगर आपको इसको भरने में कुछ दिक्कत होता है या कोई चीज समझ में नहीं आती है तो कक्ष-निरीक्षक से पूछने में संकोच न करें। वे आपको जरूर बताएँगे। कुल मिला-जुला कर आपको इसमें किसी भी स्थिति में गलत नहीं भरना है।
कॉपी पर साफ़-सुथरा लिखें।
बोर्ड परीक्षा में कॉपी कैसे लिखें, इसका छठाँ पॉइंट्स है- कॉपी पर साफ़-सुथरा लिखना अर्थात Handwriting का अच्छा होना। स्टूडेंट्स, आपका लिखावट जितना सुन्दर होगा कॉपी चेक करने वाले शिक्षक या शिक्षिका पर उतना ही अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
लिखावट सुंदर होने से कॉपी चेक करने वाले Teacher पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और आपके 5 से 10 अंक जो लिखावट के वजह से काटने वाले थे, बच जाएंगे।
व्याकरण पर विशेष ध्यान दें।
बोर्ड परीक्षा की कॉपी में कई बार देखा जाता है कि परीक्षार्थी के द्वारा प्रश्न का उत्तर बिलकुल सही दिया जाता है। लेकिन फिर भी उनको कॉपी-जाँचकर्ता के द्वारा 2-4 नंबर कम दे दिए जाते हैं। इसका मुख्य कारण व्याकरण का सही न होना भी हो सकता है। किसी भी अक्षर, शब्द अथवा वाक्य को लिखते समय उसका व्याकरण सदैव ठीक रखें।
कॉमा(,), फुल-स्टॉप(.), प्रश्नवाचक चिन्ह(?), कॉलन(:), सेमी-कॉलन(;), क्वोटाशन मार्क्स(” “), डैश(-) इत्यादि विशेष चिन्हों का प्रयोग सोच-समझकर करें। इनके उचित प्रयोग से आप की उत्तर-पुस्तिका प्रभावशाली लगेगी और आपको पूरे अंक मिलेंगे।
कॉपी पर केवल प्रश्न-संख्या ही लिखें।
जैसे ही बोर्ड एग्जाम आरम्भ होता है वैसे ही परीक्षार्थी सबसे पहले उत्तर की देने की बजाय प्रश्न लिखने में व्यस्त हो जाते हैं। वे उत्तर लिखने से पहले प्रश्न को भी जरूर लिखते हैं। लेकिन मैं आपको दूँ कि प्रश्नों को लिखने का कोई लाभ नही होता बस समय की बर्बादी होती है। क्योंकि जब परीक्षक कॉपी जाँच करते हैं तो वह अपने साथ पेपर लेकर बैठते है। प्रश्नों को वह पेपर से देख लेते हैं। तो आपको प्रश्न लिखने का कोई फायदा नहीं है।
अगर आपके विषय के प्रश्न-पत्र में कुल 15 प्रश्न हैं तो सीधा प्रश्न-संख्या डाल कर उत्तर देने का प्रयास करें। आपको 15 प्रश्नों को 30 लाइनों में लिखकर अपना समय नहीं बर्बाद करना चाहिए।
सबसे पहले आप अपनी उत्तर-पुस्तिका में प्रश्न-संख्या लिखें। उसके बाद वह लाइन छोड़कर दूसरे लाइन से उत्तर लिखना प्रारम्भ कीजिये। जैसे मान लीजिये अगर आपको प्रश्न-1 का उत्तर लिखना है तो पहले लाइन में प्रश्न-1 लिखकर उस पूरे लाइन को छोड़ दीजिये तथा दूसरे लाइन में उत्तर लिखकर उस प्रश्न का उत्तर लिखना प्रारम्भ कीजिये। ऐसा करने से आपके समय का बचत होगा और आप ज्यादा प्रश्नों को हल कर पाएंगे।
जितना जरूरत हो उतना ही लिखें।
प्रायः ऐसा देखा गया है कि परीक्षार्थियों को जिन प्रश्नो का उत्तर पता रहता है, वह उसको खूब अच्छे तरीके से अधिक लिखते हैं। देखो यार, अच्छे से लिखना बहुत आवश्यक है लेकिन ज्यादा लिखना उतना आवश्यक नहीं है।
एक बुद्धिमान विद्यार्थी को चाहिए कि वह उसी प्रश्न का उत्तर अधिक शब्दों में लिखे जिसमें अधिक लिखने के लिए कहा गया हो। जैसे; दीर्घ उत्तरीय प्रश्न और निबन्ध इत्यादि में।
कुल मिला-जुला कर जितना जरूरी हो उतना ही लिखें। ज्यादा बढ़ा-चढ़ा कर मत लिखें। बढ़ा-चढ़ा कर लिखने से कोई लाभ नहीं होता। अगर प्रश्न केवल तीन अंक का है तो आपके ज्यादा लिखने से कॉपी चेक करने वाला आपको पाँच या सात अंक कभी नहीं देगा। इसीलिए जितना जरूरत हो उतना ही लिखें।
जो प्रश्न आ रहा हो, उसे पहले हल करें।
अगर आपको सारे प्रश्नों का उत्तर पता है तब तो बहुत अच्छी बात है। आप सभी प्रश्नों को क्रम से कर सकते हैं। क्रमवार उत्तर लिखने से Examiner को कॉपी जाँच करने में भी आसानी होती है।
लेकिन आपको अगर कोई प्रश्न नहीं आ रहा है तो उस पर समय नष्ट करने की जरूरत नहीं है। आप आगे बढ़कर उस प्रश्न को हल करें जिसका उत्तर आपको पता हो। बाद में सभी प्रश्नों को करने के बाद आप उन प्रश्नों को सोचकर लिखने का प्रयास कर सकते हैं, जिन्हें आपने छोड़ दिया था।
ध्यान रखें कि, प्रश्नों का संख्या बिलकुल सही लिखें। मतलब अगर आप प्रश्न-1 को Solve करने के बाद प्रश्न-4 को Solve करने जा रहे हैं तो उत्तर लिखने से पहले प्रश्न-4 अवश्य लिखें; ताकि Examiner समझ सके कि ये प्रश्न-4 का उत्तर है।
सभी प्रश्नों के उत्तर लिखने का प्रयास करें।
विद्यार्थी को चाहिए कि वह बोर्ड परीक्षा में सभी प्रश्नों का उत्तर लिखने का प्रयास करे। अगर वह बोर्ड परीक्षा में किसी प्रश्न को छोड़कर आ जाता है तो इससे उसको कुछ लाभ नहीं होगा। क्योंकि हम सभी जानते हैं कि बोर्ड एग्जाम में कोई भी माइनस मार्किंग नहीं होता है।
यदि आपको किसी प्रश्न के बारे में ज्यादा नहीं पता है तो फिर भी आपको जितना मालूम है उतना ही उत्तर लिख दें। आपको कुछ नंबर अवश्य मिल जाएंगे।
महत्वपूर्ण शब्दों को अंडरलाइन करें।
बोर्ड परीक्षा की कॉपी में कई बार उत्तरों में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बिन्दु होते हैं जिन पर Examiner का ध्यान जाना जरूरी होता है। इसके लिए आप महत्वपूर्ण शब्दों को अंडरलाइन कर सकते हैं। जैसे; विद्वानों के नाम या किसी विश्व व्यापि लेखक के द्वारा कहे गए कथन को अंडरलाइन जरूर करें।
ऐसा करने से परीक्षक को पेपर जाँच करने में आसानी हो जाती है क्योंकि उनको प्रत्येक शब्द स्पष्ट और साफ दिखाई देता है और वह अपने टाइम की बचत देख कर खुश होते हैं। जिससे आपको अधिक अंक मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
Note: ज्यादा शब्दों को अन्डरलाइन मत करें इससे कॉपी बेकार दिखने लगेगी।
कॉपी में लेफ्ट साइड मार्जिन अवश्य दें।
स्टूडेंट्स, उत्तर लिखने से पहले आप कॉपी के बाएँ किनारे पर स्केल की मदद से मार्जिन अवश्य दे दें। ये मार्जिन एक साधारण स्केल से लगभग दूना चौड़ा होना चाहिए ताकि आप प्रश्न-संख्या और उत्तर-क्रमांक आसानी से लिख सकें। मार्जिन देने से कॉपी सुन्दर दिखती है और परीक्षक अच्छे नंबर देता है।
अतिरिक्त कॉपियों पर रोल नंबर ज़रूर लिखें।
बोर्ड परीक्षा में आप जब भी अतिरिक्त कॉपी यानी एक के बाद जब भी आप B या C कॉपी लें तो उसके प्रथम पेज पर सबसे ऊपर अपना रोल नंबर जरूर दर्ज करें, क्योंकि अगर आपकी दूसरी कॉपी किसी कारणवश अलग हो जाती है तो आपको अंको का भारी नुकसान हो सकता है।
जब आप पूरा प्रश्न कर लें तो कॉपी के अंत में जहाँ आपका उत्तर समाप्त हुआ हो उसके बाद भी अपना अनुक्रमांक अवश्य लिखें।
आवश्यक चित्रों को ज़रूर बनाएं।
बोर्ड परीक्षा में कई बार ऐसे प्रश्न पूछ लिए जाते हैं जिनका उत्तर Diagrams (चित्रों) के सहायता से बताना पड़ता है बल्कि उस प्रश्न के उत्तर में चित्र ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं।
कुछ बच्चे चित्रों को अहमियत न देते हुए लिखने में अधिक व्यस्त रहते हैं या फिर चित्र की जगह को खाली छोड़कर अगले प्रश्न का उत्तर लिखने लग जाते हैं ये सोचकर कि चित्र हम अंत मे बना लेंगे; लेकिन अंत में कई बार समय की कमी होने के कारण वे उस छूटे हुए चित्र को नहीं बना पाते और पेपर में उसका जगह खाली ही रह जाता है; जिससे परीक्षक को वह उत्तर समझ में नहीं आता और वह उसको गलत उत्तर समझ कर काट देते हैं।
इसीलिए अगर उत्तर में चित्र बनाना ज़रूरी हो तो अवश्य बनायें। कुछ विषयों जैसे; गणित, विज्ञान, इतिहास और भूगोल इत्यादि में Diagrams (चित्रों) की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अर्थात चित्रों के बग़ैर उत्तर पूरा ही नहीं होता। इसीलिए जरूरत पड़ने पर चित्रों को जरूर बनाएं।
Diagrams(चित्र) बनाते समय ध्यान रखने योग्य कुछ महत्वपूर्ण बातें निम्न हैं:
- चित्र स्पष्ट और साफ-सुथरा होना चाहिए जिससे परीक्षक समझ सके और अच्छे अंक दे।
- चित्र हमेशा पेन्सिल से बनाएँ ताकि गलत होने पर मिटाकर फिर से सही किया जा सकें। बाद में आप इसको किसी हल्के पेन से ओवरराइट कर सकते हैं।
- चित्र बनाने के बाद चित्र के नीचे उसका नाम जरूर लिखें।
- चित्र बहुत ज्यादा छोटा या बहुत ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।
कॉपी शान्ति से लिखें।
बोर्ड परीक्षा की कॉपी लिखने के लिए दिमाग को शांत रखना बहुत जरूरी है। कई बार छात्र प्रश्न-पत्र को देखते ही बहुत घबरा जाते हैं जिससे उनको जो प्रश्न आ रहा था वह भी भूल जाता है। इसलिए एग्जाम-हॉल में शान्ति बनाये रखना ही उचित होगा। अपने दिमाग में नकारात्मक विचार बिलकुल भी न रखें।
बोर्ड परीक्षा में कुछ ना आए तो क्या करें?
अगर आपको बोर्ड परीक्षा में पेपर बिलकुल भी नहीं आ रहा है तो निराश मत होवें। अपने आत्मविश्वास को बनाये रखें। असफल होने का भय दिमाग से निकाल दें और नीचे दिए गए कुछ महत्वपुर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए पेपर Solve करना आरंभ करें –
- सबसे पहले पेपर को पूरे ध्यान से पढ़ें।
- जिस प्रश्न का उत्तर ज्यादा पता हो उसको पहले लिखें।
- कॉपी के पहले चार-पाँच पेज पर सही उत्तर लिखें और ज्यादा काट-पीट न करें।
- सभी प्रश्न के उत्तर में कुछ न कुछ जरूर लिखें।
- अपने उत्तर में एक ही शब्द को बार-बार दोहराने से बचें।
- अच्छे Hand Writing में लिखने का प्रयास करें।
- पेपर लेकर बैठे न रहें, समय का पूरा सदुपयोग करें।
- आत्मविश्वास बनाएँ रखें।
FAQs
शब्दों में रोल नंबर कैसे लिखें?
मान लीजिये आपका रोल नंबर 2636277 है तो इस अनुक्रमांक को शब्दों में आप दो तरीके से लिख सकते हैं:
एक तो आप इसको लिख सकते हैं- “छब्बीस लाख छत्तीस हजार दो सौ सतहत्तर”
दूसरे तरीके से आप इसको लिख सकते हैं- “दो छः तीन छः दो सात सात” अथवा “टू सिक्स थ्री सिक्स टू सेवन सेवन”
बोर्ड परीक्षा की कॉपी में कुल कितने पेज होते हैं?
बोर्ड के इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपी में 28 पेज और हाईस्कूल परीक्षा की कॉपी में 24 पेज होते हैं।
Nice sir
Very helpful sir , sir pls writing section (letter) class 10 up board par format pe batayen bahut confusion hai ki left side likhen ya right side se …
10th ka salewas
Thank you Sir for help me
Nice its very good things and amazing important topic. when i reading all topic so i realize i am feeling so good. Thank you very much