Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation | NCERT English Supplementary Chapter 5

खुलकर सीखें के इस ब्लॉगपोस्ट में हम Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation यानि Class 10 NCERT English Supplementary Chapter 5 या फिर यूँ कहें की Class 10 English Footprints Without Feet Chapter 5 का लाइन बाई लाइन करके Hindi Explanation करना सीखेंगे।

लेकिन सबसे पहले Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation के अंतर्गत हम Footprints Without Feet के About the Author और फिर About the Lesson के बारे में पढ़ेंगे और उसके बाद हम Hindi और English में Footprints Without Feet Summary को देखेंगे। अंत में हम इस चैप्टर Footprints Without Feet के एक एक लाइन का हिंदी अनुवाद करना भी सीखेंगे।

Footprints Without Feet Class 10

Footprints Without Feet का हिंदी अर्थ होगा – पैरों के बिना पैरों के निशान, इस चैप्टर को H.G. Wells ने लिखा है; जोकि एक विज्ञान-कथा के लेखक थे। प्रायः इन्हें विज्ञान कथा के जनक (Father of Science Fiction) के रूप में भी जाना जाता है। चलिए लेखक H.G. Wells के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।

Footprints Without Feet Class 10 About the Author

Herbert George Wells (21 September 1866–13 August 1946) was an English writer of both fiction and non-fiction. Well-versed in many genres, Wells wrote more than fifty novels and dozens of short stories. His non-fiction genres include social commentary, satire, history, popular science, politics, biography and autobiographical works. Wells is now best remembered for his science fiction novels and is often referred to as the “Father of the Science Fiction” along with Jules Verna and Hugo Gernback.

Footprints Without Feet Class 10 About the Author in Hindi

हर्बर्ट जॉर्ज वेल्स (21 सितंबर 1866-13 अगस्त 1946) फिक्शन और नॉन-फिक्शन दोनों विधाओं के एक अंग्रेजी लेखक थे। कई विधाओं में निपुण वेल्स ने पचास से अधिक उपन्यास और दर्जनों लघु कथाएँ लिखीं। उनके नॉन-फिक्शन विधाओं में सामाजिक टिप्पणी, व्यंग्य, इतिहास, लोकप्रिय विज्ञान, राजनीति, जीवनी और आत्मकथा के काम शामिल हैं। अब वेल्स को उनके विज्ञान कथा उपन्यासों के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है और उन्हें अक्सर जूल्स वर्ना और ह्यूगो गर्नबैक के साथ “फादर ऑफ द साइंस फिक्शन” कहा जाता है।

Footprints Without Feet Class 10 About the Lesson

The story ‘Footprints Without Feet’ tells the story of Griffin, a brilliant scientist who degenerates himself into a lawless man. Griffin discovered that the human body can be transparent and invisible….if he takes off his clothes, he loses his invisibility and can be seen by those around him.

Footprints Without Feet Class 10 About the Lesson in Hindi

कहानी ‘फुटप्रिंट्स विदाउट फीट’ ग्रिफिन की कहानी बताती है, जो एक शानदार वैज्ञानिक है, जो खुद को एक धर्मी व्यक्ति में बदल देता है। ग्रिफिन ने पाया कि मानव शरीर पारदर्शी और अदृश्य हो सकता है …. अगर वह अपने कपड़े उतार देता है, तो वह अपनी अदृश्यता खो देता है और उसके आस-पास के लोगों द्वारा देखा जा सकता है।

Footprints Without Feet class 10 Summary

This interesting story ‘Footprints Without Feet’ is about a scientist named Griffin who was searching for a way that could make man invisible. He was successful in his experiment and created a formula that had the power to make man invisible. With the use of this medicine, a man’s body could become transparent that could not be seen with the naked eye. Griffin used it on himself. He consumed the medicine, and his body became transparent like a sheet of glass.

No one could see him now. Unknowingly, he put his foot in the mud and fresh dirty footprints of his feet started appearing everywhere. These footprints were noticed by two young boys, and they followed those footprints until it slowly disappeared. Although Griffin was a brilliant scientist, at the same time he was a lawless man. His landlord disliked him and asked him to move out of the house. For vengeance, Griffin sets the house on fire and soon wanders the streets without food, money, and clothes.

Because of his invisibility, no one could see him. As he walked the streets, he felt cold and entered a large shopping center in London to warm himself. After the shops were closed, he put on some comfortable clothes to warm himself and fed himself cold meat and some sweets from a nearby restaurant. Afterwards, he slept on a pile of quilts in the store. The next morning, even before he got up, some shop mates saw him and proceeded towards him. He immediately took off all his clothes and disappeared once again.

Now he was walking without clothes in the cold air of London. Then he decided to get clothes from a theater company because he was sure that he would find something there to cover his face too. He goes to a shopkeeper wearing a theater outfit and steals all his money. Soon she realized that living in a crowded city like London might be difficult for him, so he decided to move to the village of Iping.

He booked two rooms at a local tavern in the village and boarded a train from London to reach there. It was an unusual experience for the villagers to expect an outsider who had come to stay at the hotel during the winter. Mrs. Hall, the wife of the inn’s landlord, attempted to be friendly with him, but Griffin did not want to speak to them. After some time, his money ran out and he started stealing people. Due to his suspicious presence the people of the village got suspicious of him. The owner of the inn and his wife tried to check his room in his absence.

An angry Griffin damaged the inn’s furniture and threw it towards them. The owner and his wife were horrified thinking that it was the spirits around and that their unusual guest was responsible for all the chaos. Meanwhile, Mrs. Hall requests the Town Constable, Mr. Jaffer, to inquire about the identity of this strange man and arrest him for causing damage to his belongings. This angered Griffin and he decided to reveal his identity. He began to untie his bandages, mustache, glasses, etc. Everyone was surprised to see this because as he was taking off his clothes, he was becoming invisible. The constable could not catch Griffin as he took off all his clothes and became invisible.

Footprints Without Feet Class 10 Summary in Hindi

यह दिलचस्प कहानी ‘फुटप्रिंट्स विदाउट फीट’ ग्रिफिन नामक वैज्ञानिक के बारे में है जो एक ऐसे तरीके की खोज कर रहा था जो आदमी को अदृश्य बना सके। वह अपने प्रयोग में सफल रहा और एक ऐसे फॉर्मूले का निर्माण किया जिसमें आदमी को अदृश्य बनाने की शक्ति थी। दवा के उपयोग से, एक आदमी का शरीर पारदर्शी हो सकता था जिसे नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता था। ग्रिफिन ने इसका प्रयोग खुद पर किया। उसने दवा को खाया और उसका शरीर कांच की एक शीट की तरह पारदर्शी हो गया।

अब उसे कोई नहीं देख सकता था। अनजाने में, उसने अपना पैर कीचड़ में रख दिया जिससे उसके पैरों के ताजा गंदे निशान सभी जगह पड़ने लगे। इन पैरों के निशानों को दो युवा लड़कों ने देखा और तब तक उनका पीछा किया जब तक वे धीरे-धीरे गायब नहीं हो गए। हालांकि ग्रिफिन एक प्रतिभाशाली वैज्ञानिक था, साथ ही वह एक कानूनविहीन व्यक्ति था। उसके मकान मालिक ने उसे नापसंद किया और उसे घर से बाहर निकलने को कहा। प्रतिशोध के लिए, ग्रिफिन ने घर में आग लगा दी और जल्द ही भोजन, पैसे और कपड़े के बिना सड़कों पर घूमने लगा।

उसकी अदृश्यता के कारण, कोई भी उसे नहीं देख सकता था। जैसे -जैसे वह सड़कों पर चल रहा था, वह ठंडा महसूस करने लगा और खुद को गर्म करने के लिए लंदन के एक बड़े शॉपिंग सेंटर में प्रवेश किया। दुकानों को बंद होने के बाद, उसने खुद को गर्म करने के लिए कुछ आरामदायक कपड़े पहने और खुद को पास के रेस्तरां से ठंडे मांस और कुछ मिठाई खिलाया। बाद में, वह स्टोर में रजाई के एक ढेर पर सो गया। अगली सुबह उसके उठने से पहले ही कुछ दुकान के साथियों ने उसे देख लिया और उसकी ओर बढ़े। उसने तुरन्त सारे कपड़े उतार दिए और एक बार फिर अदृश्य हो गया।

अब वह लंदन की सर्द हवा में बिना कपड़ों के घूम रहा था। फिर उसने एक थिएटर कंपनी से कपड़े लेने का फैसला किया क्योंकि उसे यकीन था कि उसे अपना चेहरा भी ढकने के लिए वहाँ कुछ मिल जाएगा। वह थिएटर का पोशाक पहनकर एक दुकानदार के पास जाता है और उसके सारे पैसे चुरा लेता है। जल्द ही उसने महसूस किया कि लंदन जैसे भीड़ भरे शहर में रहना उसके लिए मुश्किल हो सकता है, इसलिए उसने आइपिंग गांव में जाने का फैसला किया।

उसने गांव के एक स्थानीय सराय में दो कमरे बुक किए और लंदन से एक ट्रेन में सवार होकर वहाँ पहुँचा। ग्रामीणों के लिए यह एक असामान्य अनुभव था कि वे एक बाहरी व्यक्ति की अपेक्षा करें जो सर्दियों के दौरान होटल में रहने के लिए आया था। सराय के मकान मालिक की पत्नी श्रीमती हॉल ने उसके साथ दोस्ताना होने का प्रयास किया, लेकिन ग्रिफिन उनसे बात नहीं करना चाहता था। कुछ समय बाद उसके पैसे खत्म हो गए और वह लोगों का चोरी करने लगा। उसकी संदिग्ध उपस्थिति के कारण गाँव के लोगो को उस पर शक हो गया। सराय के मालिक और उनकी पत्नी ने उसकी अनुपस्थिति में उसके कमरे की जांच करने का प्रयास किया।

गुस्सैल ग्रिफिन ने सराय के फर्नीचर को क्षतिग्रस्त कर दिया और उसे उनकी ओर फेंक दिया। मालिक और उसकी पत्नी यह सोचकर डर गए कि यह आसपास की आत्माएं थीं और उनके असामान्य अतिथि ही सभी अराजकता के लिए जिम्मेदार था। इसी बीच, श्रीमती हॉल ने टाउन कांस्टेबल, मिस्टर जाफर्स से अनुरोध किया कि वे इस अजीबोगरीब व्यक्ति की पहचान के बारे में पूछताछ करें और उसे सामान को नुकसान पहुंचाने के लिए उसे गिरफ्तार करें। इससे ग्रिफिन नाराज हो गया और उसने अपनी पहचान प्रकट करने का फैसला किया। उसने अपनी पट्टियाँ, मूंछें, चश्मा इत्यादि खोलना शुरू कर दिया। यह देखकर हर कोई हैरान रह गया क्योंकि जैसे-जैसे वह कपड़े उतार रहा था वैसे-वैसे वह अदृश्य होता जा रहा था। कांस्टेबल ग्रिफिन को पकड़ नहीं सका क्योंकि उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए और अदृश्य हो गया अर्थात गायब हो गया।

Footprints Without Feet Class 10 Explanation in Hindi

चलिए अब हम Class 10 NCERT English Supplementary Chapter 5 अथवा Class 10 English Footprints without Feet Chapter 5 यानी Footprints Without Feet Paragraph Wise Explanation करना शुरू करते हैं।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-1

The two……………………transparent.

दो लड़कों ने आश्चर्य से एक जोड़ा नंगे पैरों की कीचड़युक्त ताजा छाप देखी। लंदन के मध्य में एक मकान की सीढ़ियों पर नंगे पैर वाला व्यक्ति भला क्या कर रहा है? और वह व्यक्ति कहाँ था?
अभी वे ध्यान से देख ही रहे थे कि एक महत्वपूर्ण दृश्य उन्हें दिखाई दिया। पैर का एक ताजा निशान पता नहीं कहाँ से प्रगट हुआ। एक के बाद एक और पाँव के निशान पड़ते गए, सीढ़ियों के नीच सड़क की ओर बढ़ते हुए। लड़कों ने सम्मोहित होकर पीछा किया जब तक कि वे कीचडयुक्त निशान धुंधले पड़ते हुए गायब नहीं हो गए।
इस रहस्य की व्याख्या वास्तव में काफी साधारण थी। हैरान लड़के एक ऐसे वैज्ञानिक का पीछा कर रहे थे जिसने अभी-अभी मानवीय शरीर को पारदर्शी बनाने की खोज की थी।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-2

Griffin…………………….he walked!.

वैज्ञानिक ग्रिफिन ने यह सिद्ध करने के लिए एक के बाद एक प्रयोग किए कि मानव शरीर को अदृश्य बनाया जा सकता है। यह सिद्ध करने के लिए अंत में, उउन्होंने एक विशेष दुर्लभ दवा खाई और उनका शरीर उसी प्रकार पारदर्शी हो गया जैसे कि शीशे की एक चादर। यद्यपि यह उसी प्रकार ठोस भी बना रहा जैसे कि शीशा।
ग्रिफिन एक प्रतिभाशाली वैज्ञानिक था लेकिन वह कानून विरोधी व्यक्ति था। उसका मकान मालिक उसे नापसंद करता था और उससे अपना मकान खाली करवाने की कोशिश की। प्रतिशोध के रूप में ग्रिफिन ने उसके घर को आग लगा दी। बिना किसी के देखे हुए भाग जाने के लिए उसे अपने कपड़े उतारने पड़े। इस प्रकार वह एक बेघर घुमक्कड़ बन गया, बिना कपड़ों, बिना धन और अदृश्य जब तक कि उसके पाँव किसी कीचड़ में न पड़ जायें और चलते समय वह कीचड़युक्त पैरों के निशान न छोड़ता चला जाय।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-3

He escaped…………………….of quilts.

वह बालकों से तो सरलता से बच निकला जो लंदन में उसका पीछा कर रहे थे। पर उसकी परेशानियों का अंत नहीं हुआ था। उसने लंदन में निर्वस्त्र विचरण करने के लिए गलत समय चुना था। शीत ऋतु का मध्यकाल था। हवा बर्फीली ठंडी थी और वस्त्र के बिना ग्रिफिन का काम नहीं चल सकता था। सड़कों पर मारे-मारे फिरने के बजाय उसने उष्णता के लिए लंदन के एक विशाल स्टोर में चुपके से घुसने का निर्णय लिया।
स्टोर के बंद होने का समय हो गया, और जैसे ही दरवाजे बंद किए गए, ग्रिफिन ने बिना पैसा खर्च करे भोजन कर लिया तथा वस्त्र पहन लिए। उसने बॉक्स तोड़ दिए और स्वयं को ऊनी वस्त्रों से ढक लिया। शीघ्र ही जूते, ओवरकोट तथा चौड़े घेरे वाला हैट लगाए वह पूर्ण रूप से वस्त्र पहना व्यक्ति दिखाई देने लगा। रेस्तराँ के किचन में उसे ठण्डा गोश्त तथा कॉफी उपलब्ध हो गए, और भोजन के पश्चात् उसने मिठाई खाई, मदिरा पी जिसे वह किराने की दुकान से ले आया था। अंत में, रजाईयों के ढेर पर सो गया।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-4

If only……………………air.

यदि ग्रिफिन समय पर जागने में सफल हो जाता, तो सब कुछ ठीक-ठाक होता। पर वह उस समय तक उठ नहीं पाया जब तक अगली सुबह दुकान के सहायक वहाँ नहीं आ गए। जब उसने दो सहायकों को आते हुए देखा, तो वह भयभीत हो गया और भागने लगा। स्वाभाविक था कि उन्होंने उसका पीछा किया। अंत में, अपने नए धारण किए गए कपड़ों को उतार कर वह उनसे बचने में सफल हो गया। इस प्रकार उसने स्वयं को अदृश्य तो बना लिया लेकिन जनवरी की कड़ाके की ठंड में वह वस्त्रहीन(नंगा) था।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-5

This time…………………….find.

इस बार उसने एक नाटक कंपनी के स्टोर में घुसने का निश्चय किया, उसे आशा था कि उसे वहाँ न केवल पहनने को वस्त्र मिलेंगे वरन् कंधों को ढ़कने के लिए कुछ चीजें मिल सकेंगी। ठण्ड से काँपते हुए वह तेज गति से ड्ररी लेन गया, जो थिएटर जगत का केन्द्र था।
उसे शीघ्र ही एक उपयुक्त दुकान मिल गई। वह इसके अंदर अदृश्य रूप से घुस गया, सीढ़ियों पर चढ़ा और थोड़ी देर बाद अपने माथे पर पट्टियाँ बाँधकर काले चश्मे, नकली नाक, एक बड़ी सी गलमुच्छे पहने और एक बड़ा-सा हैट सिर पर पहन कर बाहर निकला। बिना दिखाई दिए बचकर निकलने के लिए उसने क्रूरतापूर्वक पीछे से दुकानदार पर आक्रमण कर दिया और उसके बाद उसने सारा धन लूट लिया।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-6

Eager…………………….my face.”

भीड़भाड़ युक्त लंदन से दूर चले जाने के लिए आतुर उसने आइपिंग गाँव को जाने वाली ट्रेन पकड़ ली जहाँ इसने स्थानीय सराय में दो कमरे बुक करा लिए।
जाड़े में किसी अजनबी का सराय में आगमन एक असामान्य घटना थी। इस प्रकार के विचित्र शक्ल वाले अजनबी को देखकर सभी लोग चर्चा करने लगे। मिसेज हॉल, सराय मालिक की पत्नी ने उससे मैत्री करने का हर प्रयास किया। पर ग्रिफिन को बात करने की कोई इच्छा नहीं थी, और यह बात उसने मिसेज हॉल को बता दी। “आइपिंग में मेरे आने का कारण है एकांतवास। मैं नहीं चाहता कि कोई मेरे काम में विघ्न डाले। इसके अलावा एक दुर्घटना में मेरा चेहरा खराब हो गया था।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-7

Satisfied…………………….Surrender!”

इस बात से संतुष्ट होकर कि उसका मेहमान एक सनकी वैज्ञानिक है, और इस बात को ध्यान में रखकर कि उसने उसे किराया एडवांस दिया था, मिसेज हॉल उसकी आदतों और गुस्सैल स्वभाव को अनदेखा करने के लिए तैयार हो गई। परंतु उसका चुराया हुआ धन ज्यादा दिनों तक नहीं चला; और हाल ही, में ग्रिफिन को यह स्वीकार करना पड़ा कि अब उसके पास नकद धन नहीं है। उसने बहाना किया कि उसे किसी भी क्षण एक चेक प्राप्त होने वाला है।
कुछ समय पश्चात् एक विचित्र घटना घटी। प्रातः बहुत सुबह एक पादरी और उसकी पत्नी अपने अध्ययन कक्ष में शोर सुनकर जाग गए। धीरे-धीरे सीढ़ियों से नीचे उतरते समय, उन्होंने पैसों के खनखनाने की ध्वनि सुनी, उन्हें पादरी की डेस्क से निकाला जा रहा था।
बिना किसी शोर के और अपने हाथ में लोहे की एक छड़ पकड़े हुए पादरी ने दरवाजा खोला।
“समर्पण कर दो।”

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-8

Then to…………………….room.

फिर उसके आश्चर्य का कोई ठिकाना नहीं रहा क्योंकि कमरा बिल्कुल खाली था। उसने तथा उसकी पत्नी ने डेस्क के नीचे, पर्दों के पीछे और चिमनी के ऊपर की ओर देखा। वहाँ किसी भी व्यक्ति का कोई नामोनिशान नहीं था लेकिन डेस्क को खोला गया था और उसमें से सारा पैसा चुरा लिया गया था।
“असाधारण मामला है।” पादरी सारे दिन यही दोहराता रहा।
लेकिन यह इतना असाधारण नहीं था जितना कि सुबह से पहले मिसेज हॉल के फर्नीचर का व्यवहार।
सराय का मालिक और उसकी पत्नी सुबह जल्दी उठ गए थे और वे हैरान हुए जब उन्होंने वैज्ञानिक के कमरे के किवाड़ पूर्ण रूप से खुले हुए देखे। प्रायः यह बंद और ताला लगा रहता था, और वह क्रोध से आग बबूला हो जाया करता था यदि कोई उसके कमरे में प्रवेश करता था। अवसर इतना अच्छा था कि उसे खोना ठीक नहीं था। उन्होंने दरवाजों के चारों ओर चुपके से झाँककर देखा लेकिन दिखाई नहीं दिया, तब उन्होंने छानबीन करने का निश्चय किया। बिस्तर के कपड़े ठण्डे थे, इससे यह पता चलता है कि वैज्ञानिक को उठे हुए कुछ समय बीत गया था, और इससे भी अधिक विचित्र बात यह थी कि जो कपड़े और पट्टियाँ वह हमेशा पहना करता था, वे कमरे में बिखरे पड़े थे।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-9

All of…………………….now!”

अचानक मिसेज हॉल ने अपने कान के पास किसी के साँस लेने की आवाज सुनी। एक क्षण पश्चात् पलंग पर रखा हैट उछला और मिसेज हॉल के चेहरे से जा टकराया। फिर बैडरूम की कुर्सी सजीव हो उठी। हवा में उछलकर उसने सीधे मिसेज हॉल पर धावा बोल दिया, सबसे अधिक टाँगों पर। जब वह और उसका पति भय से पीछे मुड़े तो उस असाधारण कुर्सी ने दोनों को धकेल कर बाहर निकाल दिया और तब दरवाजा बंद हो गया और ताला लग गया।
मिसेज हॉल लगभग बेहोश होते हुए सीढ़ियों पर गिर गई। उसे विश्वास हो गया कि कमरे में प्रेतात्माओं का वास था, और अजनबी ने किसी प्रकार से इन प्रेतात्माओं को उनके फर्नीचर में प्रवेश करा दिया था।
“मेरी बेचारी माँ उस कुर्सी पर बैठा करती थी,” उसने विलाप किया। “कैसी अजीब बात है वही कुर्सी मेरे विरुद्ध हो गई।”

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-10

The feeling…………………….room.”

पड़ोसियों को ऐसा लगता था कि यह मुसीबत किसी जादू-टोने के कारण थी। लेनिक जादू-टोना था या नहीं, जब पादरी के घर में की गई चोरी का पता लोगों को चला, तो उस विचित्र वैज्ञानिक पर उस घटना में हाथ होने का संदेह किया गया। संदेह और अधिक बढ़ गया, जब वैज्ञानिक ने अचानक नगद पैसा पेश किया, यद्यपि उसने कुछ दिन पहले यह कबूल (स्वीकार) किया था कि उसके पास कोई पैसा नहीं है।
गाँव के सिपाही को गुप्त रूप से बुलाया गया। सिपाही का इंतजार करने के बजाय, मिसेज हॉल वैज्ञानिक के पास गई जो रहस्यपूर्ण तरीके से अपने खाली कमरे में प्रकट हो गया था।
“मैं जानना चाहती हूँ कि तुम मेरी कुर्सी के साथ ऊपर क्या खिलवाड़ कर रहे हो?” उसने पूछा। और मैं यह भी जानना चाहती हूँ कि तुम किस प्रकार से खाली कमरे के बाहर आ गये और ताला लगे कमरे में तुम घुस कैसे गए।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-11

The scientist…………………….head.

वैज्ञानिक हमेशा से तेज-तर्रार था, अब वह क्रुद्ध हो गया।
“तुम्हें पता नहीं मैं कौन और क्या हूँ।” वह ऊंची आवाज में चीखा।
“बहुत अच्छा, मैं तुम्हें दिखाता हूँ।”
अचानक उसने अपनी पट्टियाँ, गलमुच्छे, चश्मा और नाक को उतार फेंका। उसे ऐसा करने में केवल एक मिनट लगा। लोग जो मयखाने में बैठे थे बिना सिर वाले व्यक्ति को देखकर भयभीत हो गए।
मिस्टर जेफर्स, सिपाही अब आ पहुंचा था, और यह देखकर वह हैरान रह गया कि उसे एक बिना सिर वाले व्यक्ति को बंदी बनाना था। पर जेफर्स को अपने कर्तव्य का पालन करने से रोक पाना संभव नहीं था। यदि किसी मैजिस्ट्रेट ने किसी व्यक्ति को गिरफ्तार करने का वारण्ट निकाला हो, तो उस व्यक्ति को गिरफ्तार करना ही था, चाहे वह सिर वाला हो या बिना सिर वाला।

Footprints Without Feet Class 10 Hindi Explanation – Para-12

There…………………….on him.

वहाँ एक अजीब दृश्य हुआ जब सिपाही ने एक ऐसे व्यक्ति को पकड़ने की कोशिश की जो ज्यों-ज्यों अपने वस्त्र उतारा जा रहा था, त्यों-त्यों उतना ही अदृश्य होता जा रहा था। अंत में एक कमीज़ हवा में उछली और सिपाही ने स्वयं को एक ऐसे व्यक्ति के साथ संघर्ष करते हुए पाया जिसे वह बिल्कुल भी देख नहीं पा रहा था। कुछ लोगों ने उसकी सहायता करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें भी मुक्कों की मार सहनी पड़ी, ये मुक्के पता नहीं कहाँ से आ रहे थे।
अंत में, जेफर्स ने जब अदृश्य वैज्ञानिक को काबू करने की अंतिम कोशिश की तो वह मुक्का खाकर बेहोश हो गया। वहाँ घबराहट भरी तथा उत्तेजित चीख सुनाई दी, “उसे पकड़ो।” पर यह कहना करने से ज्यादा आसान था। ग्रिफिन ने स्वयं को झटककर छुड़ा लिया था, और कोई नहीं जानता था कि उसे कहाँ से पकड़ा जाए।

FAQs

Who is the author of the story Footprints Without Feet?

H.G. Wells

What is the theme of the story Footprints Without Feet?

The theme of the story ‘Footprints Without Feet’ is that science and its great discoveries should not be misused as it can turn even a brilliant scientist into a dangerous lawless person.

आज आपने क्या सीखा?

तो स्टूडेंट ये था Class 10 NCERT English Supplementary chapter 5 या फिर यूँ कहें की Class 10 English Footprints Without Feet Chapter 5 यानी Footprints Without Feet का Full Hindi Explanation. जिसके अंतर्गत हमने Footprints Without Feet Class 10 का Para Wise Hindi Explanation और Footprints Without Feet Class 10 About The Author तथा About The Lesson देखने के साथ-साथ Footprints Without Feet का Hindi और English Summary भी देखा।

अगर आप इसका Question Answer भी देखना चाहते हैं तो आप इस लिंक Footprints Without Feet Class 10 Question Answer पर क्लिक करके देख सकते हैं। इसको देखने के बाद आपको ये चैप्टर Footprints Without Feet सम्पूर्ण रूप से तैयार हो जाएगा।

स्टूडेंट मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की आप जिस भी टॉपिक के बारे में खोज रहे हैं उससे सम्बन्धित आपको पूरी जानकारी दी जाए ताकि आपको किसी दूसरे साइट पर न जाना पड़े, इससे आप इंटरनेट पर भटकने से बचेंगे और आपके कीमती समय का बचत भी होगा।

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Jalandhar Paswan is pursuing Master's in Computer Applications at MMMUT Campus. He is Blogger & YouTuber by the choice and a tech-savvy by the habit.

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