खुलकर सीखें के इस ब्लॉगपोस्ट में हम The Necklace Class 10 Hindi Explanation यानि Class 10 NCERT English Supplementary Chapter 7 या फिर यूँ कहें की Class 10 English Footprints Without Feet Chapter 7 का लाइन बाई लाइन करके Hindi Explanation करना सीखेंगे।
लेकिन सबसे पहले The Necklace Class 10 Hindi Explanation के अंतर्गत हम The Necklace Class 10 के About the Author और फिर About the Lesson के बारे में पढ़ेंगे और उसके बाद हम Hindi और English में इस चैप्टर का Summary भी देखेंगे।
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The Necklace Class 10
- 1.1 The Necklace Class 10 About the Author
- 1.2 The Necklace About the Author in Hindi
- 1.3 The Necklace Class 10 About the Lesson
- 1.4 The Necklace About the Lesson in Hindi
- 1.5 The Necklace class 10 Summary
- 1.6 The Necklace Summary in Hindi
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1.7
The Necklace Class 10 Hindi Explanation
- 1.7.1 The Necklace Hindi Explanation – Para-1
- 1.7.2 The Necklace Hindi Explanation – Para-2
- 1.7.3 The Necklace Hindi Explanation – Para-3
- 1.7.4 The Necklace Hindi Explanation – Para-4
- 1.7.5 The Necklace Hindi Explanation – Para-5
- 1.7.6 The Necklace Hindi Explanation – Para-6
- 1.7.7 The Necklace Hindi Explanation – Para-7
- 1.7.8 The Necklace Hindi Explanation – Para-8
- 1.7.9 The Necklace Hindi Explanation – Para-9
- 1.7.10 The Necklace Hindi Explanation – Para-10
- 1.7.11 The Necklace Hindi Explanation – Para-11
- 1.7.12 The Necklace Hindi Explanation – Para-12
- 1.7.13 The Necklace Hindi Explanation – Para-13
- 1.7.14 The Necklace Hindi Explanation – Para-14
- 1.7.15 The Necklace Hindi Explanation – Para-15
- 2 FAQs
The Necklace Class 10
The Necklace का हिंदी अर्थ होगा – गले की हार। इस चैप्टर को Guy de Maupassant ने लिखा है; जोकि 19वीं शताब्दी के फ्रांसीसी लेखक थे। फ़्रांस में इनको सबसे अच्छा लघुकथा लेखक के रूप में जाना जाता है। चलिए लेखक Guy de Maupassant के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।
The Necklace Class 10 About the Author
Guy de Maupassant (1850-1893) was a French writer known for his short stories and novels. He was born in Normandy, France and began writing in the 1870s, eventually becoming one of the most well-known and highly regarded writers of his time.
Some of Maupassant’s most famous works include the short stories “The Necklace,” “Boule de Suif,” and “The Horla,” as well as the novels Bel-Ami and Pierre and Jean. He also wrote several travelogues and plays throughout his career.
Despite his literary success, Maupassant’s personal life was plagued by illness and mental health issues, and he ultimately died at the age of 42 from complications related to syphilis. Nevertheless, his influence on French literature has endured, and his works continue to be widely read and studied today.
The Necklace About the Author in Hindi
गाय डी मौपासेंट (1850-1893) एक फ्रांसीसी लेखक थे जो अपनी लघु कथाओं और उपन्यासों के लिए जाने जाते थे। उनका जन्म नॉरमैंडी, फ्रांस में हुआ था और उन्होंने 1870 के दशक में लिखना शुरू किया, अंततः अपने समय के सबसे प्रसिद्ध और उच्च सम्मानित लेखकों में से एक बन गए।
मौपासेंट की कुछ सबसे प्रसिद्ध रचनाओं में लघु कथाएँ “द नेकलेस,” “बोले डे सूफ़,” और “द होर्ला,” के साथ-साथ उपन्यास बेल-अमी और पियरे और जीन शामिल हैं। उन्होंने अपने पूरे करियर में कई यात्रा वृतांत और नाटक भी लिखे।
उनकी साहित्यिक सफलता के बावजूद, मौपसंत का निजी जीवन बीमारी और मानसिक स्वास्थ्य से ग्रस्त रहा, और अंततः 42 वर्ष की आयु में सिफलिस से उनकी मृत्यु हो गई। फिर भी, फ्रांसीसी साहित्य पर उनका प्रभाव अद्वितीय है, और उनकी रचनाएँ आज भी व्यापक रूप से जा रही हैं।
The Necklace Class 10 About the Lesson
The story ‘The Necklace’ revolves around a selfish woman named Matilda. She is dissatisfied with her life as she wants a rich husband. But because she belongs to a family that is unable to give dowry, she is married to a clerk. One day, both the husband and wife are invited to a party at the minister’s house. But Matilda doesn’t have nice clothes and jewelry to wear to such a party. Her husband suggests she buy a dress and borrow jewelry from an old friend. Then she borrows a necklace from her friend and goes to the party. What happens next at the party proves to be a good lesson for the unhappy woman.
The Necklace About the Lesson in Hindi
कहानी ‘द नेकलेस’ मटिल्डा नाम की एक स्वार्थी महिला के इर्द-गिर्द घूमती है। वह अपने जीवन से असंतुष्ट है क्योंकि वह एक अमीर पति चाहती है। लेकिन क्योंकि वह एक ऐसे परिवार से है जो दहेज देने में असमर्थ है इसलिए उसकी शादी एक क्लर्क से हुई है। एक दिन, मंत्री के घर एक पार्टी में दोनों पति-पत्नी को आमंत्रित किया जाता है। लेकिन ऐसी पार्टी में पहनने के लिए मटिल्डा के पास अच्छे कपड़े और गहने नहीं हैं। उसका पति उसे एक पोशाक खरीदने और एक पुराने दोस्त से गहने उधार माँगने का सुझाव देता है। फिर वह अपने दोस्त से एक हार उधार लेती है और पार्टी में जाती है। आगे उस पार्टी में जो होता है वह दुखी महिला के लिए एक अच्छा सबक साबित होता है।
The Necklace class 10 Summary
“The Necklace” is a short story by Guy de Maupassant, first published in 1884. The story revolves around a young woman Matilda Losel who dreams of living a life of luxury and glamour. Matilda is dissatisfied with her middle-class lifestyle and constantly longs for the finer things in life.
One day, her husband comes home with an invitation to a party. Matilda gets excited but later she realizes she has nothing to wear. Her husband suggests that she borrow some jewelry from her wealthy friend, Madame Forestier. Matilda borrows a stunning diamond necklace from Madame Forestier and attends the party.
Matilda feels really happy for the first time in her life as she is the center of attention at that party and is admired by everyone. However, when she returns home, she finds that she has lost the necklace. Her and her husband’s frantic search for the necklace proves fruitless, and eventually they decide to give another necklace to Madame Forestier. They spend years working hard to buy a new necklace. But years later it was discovered that it was a fake, and his years of hard work were to no avail.
The story highlights the destructive nature of materialism and the futility of striving for luxuries and status in life. Matilda’s obsession with property and her desire to be accepted in high society lead her to the poverty that ultimately leads to her downfall. Her constant longing for more has caused her to lose sight of what’s really important in life, and the story shows how this can have dire consequences.
Additionally, the story explores the theme of class, as Matilda is envious of those who are wealthy and able to live a life of luxury. The necklace symbolizes the wealth and status she yearns for, but it ultimately leads to her ruin.
In conclusion, “The Necklace” is a powerful story that warns against the dangers of materialism and the importance of being content with one’s own life. It also highlights the consequences of making poor decisions and the destructive nature of envy and jealousy.
The Necklace Summary in Hindi
“द नेकलेस” गाय डी मूपासेंट की एक छोटी कहानी है, जो पहली बार 1884 में प्रकाशित हुई थी। कहानी एक युवा महिला मटिल्डा लोसेल के इर्द-गिर्द घूमती है जो विलासिता और ग्लैमर का जीवन जीने का सपना देखती है। मटिल्डा अपनी मध्यवर्गीय जीवन शैली से असंतुष्ट हैं और जीवन में लगातार बेहतर चीजों के लिए तरसती हैं।
एक दिन, उसका पति एक पार्टी का निमंत्रण लेकर घर आता है। मटिल्डा उत्साहित हो जाती है लेकिन बाद में वह महसूस करती है कि उसके पास पहनने के लिए कुछ नहीं है। उसके पति का सुझाव है कि वह अपने अमीर दोस्त मैडम फॉरेस्टियर से कुछ गहने उधार ले। मटिल्डा मैडम फॉरेस्टियर से एक शानदार हीरे का हार उधार लेती है और पार्टी में भाग लेती है।
मटिल्डा अपने जीवन में पहली बार वास्तव में खुश महसूस करती है क्योंकि वह उस पार्टी में ध्यान का केंद्र होती है और सभी द्वारा प्रशंसा की जाती है। हालांकि, जब वह घर लौटती है, तो उसे पता चलता है कि उसने हार खो दी है। हार के लिए उसके और उसके पति की उन्मत्त खोज बेकार साबित होती है, और अंततः वे मैडम फॉरेस्टियर को दूसरा हार देने का फैसला करते हैं। वे एक नया हार खरीदने के लिए कड़ी मेहनत करते हुए सालों बिताते हैं। लेकिन सालों बाद पता चला कि यह नकली था, और उनके वर्षों के परिश्रम का कोई फायदा नहीं हुआ।
कहानी भौतिकवाद की विनाशकारी प्रकृति और जीवन के विलासिता एवं स्थिति के लिए प्रयास करने की निरर्थकता पर प्रकाश डालती है। संपत्ति के साथ मटिल्डा के जुनून और उच्च समाज में स्वीकार किए जाने की उसकी इच्छा ने उसे गरीबी की ओर ले गया जो अंततः उसके पतन की ओर ले जाता है। अधिक के लिए उसकी निरंतर लालसा ने उसे जीवन में वास्तव में महत्वपूर्ण होने की दृष्टि को खो देती है, और कहानी दिखाती है कि इसके गंभीर परिणाम कैसे हो सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, कहानी वर्ग के विषय की पड़ताल करती है, क्योंकि मटिल्डा उन लोगों से ईर्ष्या करती है जो अमीर हैं और विलासिता का जीवन जीने में सक्षम हैं। हार उस धन और स्थिति का प्रतीक है जिसके लिए वह तरसती है, लेकिन अंततः यह उसकी बर्बादी की ओर जाता है।
अंत में, “द नेकलेस” एक शक्तिशाली कहानी है जो भौतिकवाद के खतरों और अपने जीवन के साथ संतुष्ट होने के महत्व के खिलाफ चेतावनी देती है। यह खराब निर्णय लेने और ईर्ष्या की विनाशकारी प्रकृति के परिणामों पर भी प्रकाश डालता है।
QnA: The Necklace Question Answer Up Board
The Necklace Class 10 Hindi Explanation
चलिए अब हम Class 10 NCERT English Supplementary Chapter 7 अथवा Class 10 English Footprints without Feet Chapter 7 यानी The Necklace Paragraph Wise Explanation करना शुरू करते हैं।
Matilda is invited to a grand party. She
has a beautiful dress but no jewellery. She
borrows a necklace from a friend… and
loses it. What happens then?
माटिल्डा को एक बड़ी पार्टी (शानदार कार्यक्रम) के लिए आमंत्रित किया गया है। उसके पास सुन्दर पोशाक है परन्तु कोई गहने नहीं हैं। वह एक दोस्त से हार उधार लेती है…. और उसे खो देती है। फिर क्या होता है?
The Necklace Hindi Explanation – Para-1
She was……………………those things.
वह उन सुन्दर युवा महिलाओं में से एक थी जो भाग्य की वजह से क्लर्क परिवार में जन्मी थी। उसके पास न कोई दहेज था, न आशाएं, न ही विख्यात होने के साधन, और प्यार पाने तथा किसी धनी अथवा विशिष्ट व्यक्ति से विवाह कर पाने का साधन। इसलिए उसने तुच्छ से क्लर्क के साथ विवाह करना स्वीकार कर लिया जो शिक्षा विभाग के कार्यालय में काम करता था। वह सीधी थी पर दुःखी थी। वह निरन्तर दुःखी रहती थी, वह महसूस करती थी कि उसका जन्म सभी प्रकार के स्वादिष्ट भोजन तथा आराम की वस्तुओं का भोग करने के लिए हुआ है। अपने घर की फटेहाल-बदरंग दीवारें और जीर्ण-शीर्ण कुर्सियों के मध्य में उसका दम घुटता था। ये सभी बातें उसे पीड़ित कर देती और क्रोधित करती थीं।
अब वह भोजन करने के लिये अपने पति के साथ बैठती तथा उसका पति सूप के कटोरे का ढक्कन प्रसन्न भाव से हटाता तथा कहा जाता था, “आह! कितनी अच्छी चीज है! मैं तो इससे ज्यादा किसी भी चीज को नहीं सोचता!” तो उस समय मटिल्डा के मन में अत्युत्तम खाद्य वस्तुएँ सुन्दर प्लेटों में रखी हुई याद आती थी। उसके पास न तो फ्राक थे, न ही जेवरात, कुछ नहीं। वह केवल उन्हीं चीजों को याद करती थी।
The Necklace Hindi Explanation – Para-2
She had…………………….with that?”
उसकी एक धनी सहेली थी, जो कान्वेंट में उसकी सहपाठी थी। वह उससे, मिलना पसंद नहीं करती थी क्योंकि जब वह उसके यहाँ से वापिस लौटती तो दुःखी हो जाया करती थी। वह निराशा में दिन भर रोती रहती थी।
एक शाम उसके पति हाथ में एक बड़ा-सा लिफाफा लेकर प्रफुल्लित घर लौटे।
“यह लो”, वह बोले, “इसमें तुम्हारे लिए कुछ है।” उसने शीघ्रता से एक मुद्रित कार्ड निकाला जिस पर ये शब्द अंकित थे।
“शिक्षा मंत्री तथा मैडम जार्ज राम्पोन मि. तथा मिसेज लॉयजेल को मंत्री निवास पर सोमवार सायंकाल 18 जनवरी को सादर आमंत्रित करते हैं।”
खुश होने के बजाय जैसा कि उसके पति ने आशा की थी, पत्नी ने कार्ड घृणापूर्वक मेज पर फेंक दिया और बड़बड़ाई, “मैं इस कार्ड को लेकर क्या करूँ ?”
The Necklace Hindi Explanation – Para-3
“But, my…………………….the matter”?
‘पर प्रिये, मैंने तो यह सोचा था कि इससे तुम्हें खुशी होगी। तुम कभी बाहर नहीं जाती और यह एक सुन्दर अवसर है। प्रत्येक व्यक्ति इसे पाने के लिए तरसता है और इसमें कुछ गिने-चुने लोगों को ही आमन्त्रित किया गया है। कर्मचारियों में से केवल कुछेक को ही ये कार्ड दिए गए हैं। यहाँ तुम सारे अधिकारीगणों को मिल सकोगी।
उसने उसकी ओर खीझकर देखा और अधीरता के साथ बोली, “आप क्या सोचते हैं कि पहनने के लिए मेरे पास वस्त्र हैं?”
उसने इसके बारे में सोचा ही नहीं था, वह हकलाया, “क्यों, वह पोशाक जिसे पहन कर हम थिएटर जाते हैं। यह मुझे तो बहुत सुन्दर लगती है….” वह अपनी पत्नी को रोते हुए देखकर मूक, निराश खड़ा रह गया। वह लड़खड़ाते हुए बोला, “आखिर क्या बात है? आखिर क्या बात है?”
The Necklace Hindi Explanation – Para-4
By a……………………pretty dress.”
बहुत प्रयास के बाद उसने अपनी नाराजगी पर नियंत्रण किया और अपने गीले गालों को पोंछकर एक शांत आवाज में जवाब दिया। “कुछ नहीं। मेरे पास पोशाक ही नहीं हैं और इसके परिणामस्वरूप में इस पार्टी में नहीं जा सकती। तुम अपना कार्ड अपने किसी ऐसे साथी को दे दो जिसकी पत्नी के पास मुझसे बेहतर पोशाक हो।”
वह दुःखी हो गया, लेकिन उसने उत्तर दिया, “चलो देखते हैं मटिल्डा। एक उचित पोशाक का कितना खर्च आएगा, ऐसी पोशाक जो अन्य दूसरे अवसरों पर भी काम दे सके, कोई बहुत ही साधारण पोशाक ?”
उसने कुछ सैकिन्डों तक विचार किया कि वह अपनी राशि (मूल्य) बताये जिसे उसका पति तुरंत इकार न कर सके तथा एक मितव्ययी क्लर्क कहीं डर न जाए। अंत में उसने झिझक के साथ कहा, “मैं ठीक रूप से तो नहीं बता सकती, पर मुझे लगता है कि 400 फ्रैंक में उचित पोशाक आ जायेगी।”
उसका रंग कुछ पीला पड़ गया, क्योंकि उसने यह धनराशि (मूल्य) एक बंदूक खरीदने के लिए बचा रखी थी ताकि वह अगली गर्मी में शिकारी दल के मित्रों के साथ शामिल होकर लार्क पक्षी के शिकार पर रविवार को जा सके। तथापि, उसने उत्तर दिया, “ठीक है, मैं तुम्हें 400 फ्रैंक का धन दे दूंगा। लेकिन एक अच्छी ड्रेस खरीदने की कोशिश करना।”
The Necklace Hindi Explanation – Para-5
The day…………………….her jewels.”
नृत्य समारोह का दिन समीप आ गया और श्रीमती लायजेल को उदासी-सी प्रतीत होती थी, उद्विग्न और चिन्तित। यद्यपि उनकी ड्रेस लगभग तैयार थी। उसके पति ने उसे एक शाम को कहा, “तुम्हारे साथ क्या बात है? तुम दो या तीन दिनों से विचित्र-सा व्यवहार कर रही हो?”
और उसने उत्तर दिया, “मैं इस बात से दुःखी हूँ कि मेरे पास पहनने के लिए एक भी आभूषण नहीं हैं, ऐसा कुछ भी नहीं जिसके द्वारा में स्वयं को सजा सकूँ। मैं कंगाल की-सी शक्ल में दिखाई दूंगी। इससे अच्छा तो मैं पार्टी में न जाने को प्राथमिकता दूंगी।”
उसने उत्तर दिया, “तुम कुछ प्राकृतिक फूल धारण कर सकती हो। इस मौसम में वे बहुत फैशनेबल (आकर्षक) दिखाई देते हैं।”
वह संतुष्ट नहीं हुई। “नहीं” उसने जबाब दिया, “धनी महिलाओं के बीच इतनी फूहड़ दिखाई देने से अधिक अपमानजनक बात कोई और नहीं हो सकती।”
तभी उसका पति बोला, “हम भी कितने मूर्ख हैं। अपनी सहेली मैडम फोरेस्टियर के पास जाओ और उनसे कोई आभूषण उधार ले लो।”
The Necklace Hindi Explanation – Para-6
She uttered…………………….certainly.”
वह (पत्नी) भी प्रसन्न हो गई। “यह ठीक रहेगा, “वह बोली, “मेरे दिमाग में यह बात नहीं आई थी।”
अगले दिन वह सहेली के घर गयी तथा अपनी कष्ट भरी कहानी उसे सुनाई मैडम फोरस्टियर अपनी गुप्त कोठरी में गईं तथा एक बड़ा-सा डिब्बा निकाल लाई, उसे खोला और बोली, “कोई आभूषण ले लो, प्रिय।”
उसने (श्रीमती लॉयजेल) ने पहले तो कंगन देखे, फिर मोतियों का एक हार देखा, फिर स्वर्ण का क्रॉस और सराहनीय शिल्पकला के नमूने वाले नग देखे। उसे दर्पण के सामने खड़े होकर उन्हें पहनकर देखा, संकोच किया, पर न तो उन्हें लेने अथवा छोड़ने के बारे में कोई निर्णय ले पाई। फिर उसने पूछा, “क्या तुम्हारे पास और भी आभूषण हैं?”
“हाँ, क्यों नहीं। तुम स्वयं देख लो। मैं नहीं जानती तुम्हे क्या पसन्द आयेगा ?” अचानक ही उसने एक साटन के बॉक्स में हीरों का एक अति सुन्दर हार देखा। जब उसने उसे बाहर निकाला तो उसके हाथ कांपने लगे। उसने अपने गले के चारों ओर ड्रेस के ऊपर रख कर देखा और आनन्द में डूब गई। फिर उसने हिचकी हुई आवाज में, चिंता से पूर्ण होकर पूछा, “क्या तुम मुझे यह उधार दे सकती हो? केवल यहीं?”
“हाँ, अवश्य।”
The Necklace Hindi Explanation – Para-7
She fell………………………rich furs.
वह अपनी सहेली के गले लग गई, भावना के साथ उसका आलिंगन किया, तब अपने खजाने को लिए हुए वहाँ से चली गई। नृत्य-समारोह का दिन आ पहुँचा। मैडम लॉयजेल महान सफल रहीं। वह सभी महिलाओं से अधिक मोहक, सुरुचिपूर्ण प्रसन्न करने वाली मुस्कराती हुई तथा उत्साहित थी। सभी पुरुषों की निगाहें उस पर पड़ी, उन्होंने उसका नाम पूछा और उससे मिलने की इच्छा व्यक्त की। वह उत्साह के साथ खुशी से उन्मत्त केवल इतनी सराहना के बारे में सोचती हुई नाची, यह विजय इतनी पूर्ण थी और उसके मन को मधुरता प्रदान कर देने वाली थी।
वह सुबह चार बजे घर की ओर रवाना हुई। उसका पति आधी रात से एक छोटे नृत्य-कक्ष में सो रहा था। उसके साथ तीन दूसरे सज्जन थे जिनकी पत्नियाँ नृत्य का आनन्द ले रही थीं।
पति ने उसके कंधों पर साधारण-सा दुपट्टा डाला जो वे लेकर आये थे। यह साधारण-सा दुपट्टा उसकी पत्नी की नृत्य वाली पोशाक के अनुरूप नहीं था। पत्नी शीघ्रता से वहाँ से चल देना चाहती थी ताकि अन्य महिलाएं जो स्वयं महंगे फर वाले दुपट्टों में लिपटी हुई थीं, उसे न देख लें।
The Necklace Hindi Explanation – Para-8
Loisel…………………….her neck.
लॉयजेल ने उसे रोका। “ठहरो” वह बोला, “मैं घोड़ा गाड़ी बुला लाता हूँ।” परन्तु उसने (पत्नी) ने उसे नहीं सुना और तेजी से सीढ़ियों से नीचे उतरी। जब वे गली में आ गए, तो उन्हें कोई गाड़ी नहीं मिली और उन्होंने एक घोड़ा-गाड़ी को तलाशना आरंभ किया। उन्होंने एक कोचवान को आवाज भी थी जिसे उन्होंने कुछ दूरी पर देखा था।
वे आशाहीन और ठण्ड से काँपते हुए पैदल नदी के किनारे चलते रहे। अन्त में, उन्हें एक पुरानी गाड़ी मिली जो पेरिस में रात होने के बाद दिखाई देती है।
यह उन्हें अपने दरवाजे तक ले गई और वे थके हुए से अपने घर पहुँचे। पत्नी के लिए आनन्द का खेल समाप्त हो चुका था। पति को यह याद आया कि उसे 10 बजे तक दफ्तर में पहुंचना है।
उसने (पत्नी) ने दुपट्टे को अपने कंधों पर से उतारा और शीशे के सामने अपनी शान को देखने के लिए खड़ी हो गई। अचानक ही उसके मुँह से एक चीख निकल गई। उसका हार उसके गले में नहीं था।
The Necklace Hindi Explanation – Para-9
Loisel…………………….go to bed.
लायजेल ने अभी आधे वस्त्र ही उतारे थे, उसने पूछा “क्या मामला है? पत्नी उसकी ओर उत्तेजित अवस्था में बोली, “मेरे गले में अब मैडम फारेस्टियर वाला कंठहार नहीं है।”
वह हताशा के साथ उठा, “क्या कहा? यह कैसे हो सकता है? ऐसा नहीं हो सकता।”
और दोनों ने पोशाक की तहों में खोजा, लबादे की तहों में, जेबों में, सब जगह। उन्हें हार नहीं मिल सका।
पति ने पूछा, “क्या तुम्हें ठीक से याद है कि वह हार तुम्हारे गले में था जब हम मंत्री जी के घर से निकले थे।”
“हाँ, जब हम लोग निकले थे तो मैंने महसूस किया था।”
“पर यदि तुमने इसे सड़क पर गिराया होता तो उसके गिरने की आवाज सुनाई देती। अवश्य ही घोड़ागाड़ी में रह गया होगा।”
“हाँ, यह संभव है। क्या तुमने गाड़ी का नम्बर नोट किया था।”
“नहीं, और तुमने, क्या तुमने नोट किया था?”
“नहीं।” उन्होंने एक-दूसरे को निपट भाव से देखा। अंत में लॉयजेल ने पुनः वस्त्र पहन लिए।
“मैं जा रहा हूँ।” वह बोला, “उस रास्ते पर जाऊँगा जहाँ हम पैदल चले थे। देखता हूँ यदि मिल जाए।”
और वह चल दिया। पत्नी अपना शाम का गाउन ही पहने हुए बैठी रही, उसमें बिस्तर पर लेटने की शक्ति शेष नहीं थीं।
The Necklace Hindi Explanation – Para-10
Toward seven…………………….thousand.
7 बजे के करीब पति वापस लौटे। उन्हें कुछ नहीं मिल पाया था।
वह पुलिस के पास गया और घोड़ा गाड़ियों के दफ्तरों में गया और अखबारों में एक इनाम की पेशकश करते हुए विज्ञापन दिये। पत्नी दिन भर घबराई हुई सी प्रतीक्षा करती रही।
लॉयजेल शाम को पीले चेहरे के साथ घर लौटा, उसे कुछ भी पता नहीं लग पाया था। वह बोला, “अपनी सहेली को लिख दो की हार का बक्सुआ टूट गया है और तुम्हें इसकी मरम्मत करवानी होगी। ऐसा करने से हमें समय मिल जाएगा।”
पत्नी ने पति के कहे अनुसार अपनी सहेली को लिख दिया।
एक सप्ताह के बीत जाने के बाद, उन्हें कोई आशा नहीं रही और लॉयजेल जो अब पाँच वर्ष अधिक बूढ़ी हो गई थी, बोली,
“हमें उस हार के बदले में वैसा ही हार देना होगा।”
एक दुकान पर उन्होंने हीरों का एक हार देखा जो वैसा ही दिखता था, जैसा उन्होंने खो दिया था। उसका मूल्य था 40,000 फ्रैंक। पर वह उन्हें 36,000 फ्रैंक में मिल सकता था।
The Necklace Hindi Explanation – Para-11
Loisel…………………….for a robber?
लॉयजेल के पास केवल 18,000 फ्रैंक का ही धन था, जो उसके पिता उसके लिए छोड़ गये थे। बकाया धन उसने उधार लिया। उसने स्वयं को तबाह कर देने वाले वायदे किए, सूदखोरों से पैसा लिया तथा सभी ऋण देने वालों के पास गया। तब वह नया हार खरीदने के लिए गया, उसने 36,000 फ्रेंक की धनराशि उस व्यापारी के काउण्टर पर रखी।
जब मैडम लॉयजेल उस हार को लेकर अपनी सहेली के पास गईं और उसने ठण्डे स्वर में कहा, “तुम्हें यह शीघ्र ही लौटा देना चाहिये था क्योंकि मुझे उसकी जरूरत पड़ सकती थी।”
मैडम फोरस्टियर ने डिब्बा खोलकर भी नहीं देखा जैसा कि श्रीमती लॉयजेल को आशंका थी। वह क्या सोचेगी यदि उसने इस बदले हुए हार को पहचान लिया? वह पता नहीं क्या कहे? क्या वह मुझे चोर समझेगी?
The Necklace Hindi Explanation – Para-12
Mme Loisel…………………….money.
मैडम लॉयजेल को अब अभाव की विकट जिन्दगी का स्वाद मिल गया। पर उसने अपना रोल पूरी बहादुरी के साथ निभाया। इस भारी ऋण को चुकाना जरूरी था। उसने लौटाने की ठान ली। उन्होंने नौकरानी को हटा दिया, उन्होंने घर बदल लिया, उन्होंने अटारी में कुछ कमरे किराए पर ले लिए।
उन्होंने रसोई का घिनौना या अरुचिकर काम सीख लिया। वह अपनी प्लेटें धोने लगी? गंदे वस्त्रों का प्रक्षालन करने लगी, अपनी समीजें तथा प्लेट के ऊपर ढकने वाले कपड़े स्वयं धोने लगी, इन्हें वह अलगनी पर सूखने के लिए लटकाती, वह कूड़ा हर प्रातः नीचे सड़क पर फेंकने के लिए जाती तथा पानी भरकर ऊपर लाती, साँस फूलने पर सीढ़ी की हर चौकी पर कुछ समय के लिए रुक जाती और वह साधारण स्त्रियों जैसे वस्त्र पहनकर किराने, गोश्त तथा फलों वाली दुकान पर हाथ में टोकरी लिए जाने लगी, वह एक-एक पैसे के लिए मोलभाव करती।
The Necklace Hindi Explanation – Para-13
The husband…………………….save one!
पति शाम को काम करने लगा, वह कुछ व्यापारियों का हिसाब-किताब ठीक करने लगा, और रात को पाँच सिक्के प्रति पृष्ठ की दर से कॉपी करने का काम करने लगा। यह जिन्दगी दस वर्षों तक चली। दस वर्ष पश्चात् उन्होंने सारा ऋण चुका दिया।
श्रीमती लॉयजेल अब बूढ़ी दिखने लगी। वह मजबूत कठोर महिला बन गई थी, किसी गरीब परिवार की फूहड़ औरत उसके केश सही ढंग से संवारे नहीं जाते थे, उसकी स्कर्ट में सिलवटें भरी होती, उसके हाथ लाल हो गए। वह ऊँचे स्वर में बोलने लगी तथा पानी की बड़ी-बड़ी बाल्टियों से फर्श साफ करती। पर कभी-कभी जब उसका पति कार्यालय में होता तो वह खिड़की पर बैठ जाती तथा उस शाम की पार्टी को याद करती, उस नृत्य को याद करती जब वह सुन्दर थी और लोग उसकी कितनी प्रशंसा किया करते थे। यदि उसने हार न खोया होता तो क्या स्थिति होती? कौन जाने? जीवन भी कितना अजीब है और कितने परिवर्तनों से भरपूर। कितनी छोटी-सी चीज व्यक्ति को बर्बाद कर सकती है, अथवा उसकी जीवन रक्षा कर सकती है।
The Necklace Hindi Explanation – Para-14
One sunday…………………….have changed!”
एक रविवार को जब वह चेम्स एल्सी में अपने सप्ताह भर की थकान मिटाने हेतु घूम रही थी, उसे सहसा (अचानक) एक महिला अपने बच्चे के साथ जाती दिख गई। यह तो मैडम फालेस्टियर थी, अभी भी युवा, अभी भी सुन्दर, अभी भी आकर्षक।
श्रीमती लॉयजेल प्रभावित हो गई। क्या वह सहेली से बात करे? हाँ, अवश्य अब तो उसने सारा ऋण चुका दिया है, वह उसे सारी कहानी बताएगी क्यों न बताए?
वह उसके पास पहुँची। “गुड मार्निंग, जीन।”
उसकी सहेली ने उसे नहीं पहचाना और वह इस व्यक्ति द्वारा अपने जाने पहचाने नाम से सम्बोधित करने पर आश्चर्य किया।
उसने हकलाते हुए कहा, “लेकिन मैडम-मैं आपको नहीं जानती-आप गलती पर हैं।”
“नहीं। मैं माटिल्डा लॉयजेल हूँ।” उसकी सहेली की हैरानी से एक चीख निकली, “ओह, मेरी बेचारी मटिल्डा। तुम इतनी अधिक कैसे बदल गई हो?”
The Necklace Hindi Explanation – Para-15
“yes, I…………………….francs!”
“हाँ, जबसे मैं तुमसे मिली थी तब से मैंने कुछ कठोर दिन बिताए हैं। और कुछ निराशापूर्ण और सब तुम्हारे कारण। “मेरे कारण ? यह कैसे?” “क्या तुम्हें याद है कि मैंने तुमसे मंत्री की नृत्य-पार्टी में पहनने के लिए हीरों का हार उधार लिया था?”
“हाँ, बहुत अच्छी तरह।”
“अच्छा, मैंने इसे खो दिया था।”
“वह कैसे, तुमने तो इसे मुझे वापिस लौटा दिया था।”
“मैंने बिल्कुल वैसा ही दूसरा वापिस लौटाया था और इसकी कीमत अदा करने में हमें दस वर्ष लग गये।
तुम समझ सकती हो कि ऐसा करना हमारे लिए आसान नहीं था। लेकिन अब यह कर्ज चुकाया जा चुका है और मैं पूर्ण रूप से संतुष्ट हूँ।”
मैडम फोरस्टियर ने बीच में टोका, उसने कहा, “तुम कहती हो कि तुमने मेरे हार के बदले में एक हीरों का हार खरीदा था ?”
“हाँ, क्या इसे तुमने उस समय नहीं देखा था? वे बिल्कुल एक जैसे थे।”
और वह गर्व और साधारण खुशी के साथ मुस्कराई। मैडम फॉरेस्टियर द्रवित हो उठीं और उसने उसके दोनों हाथों को अपने हाथों में लिया जब उसने कहा, “ओह! मेरी बेचारी मटिल्डा। मेरे हार के डायमण्ड तो बनावटी थे। उनकी कीमत 500 फ्रैंक से ज्यादा नहीं थी।”
FAQs
‘Guy de Maupassant’ the author of the story The Necklace.
What is the conclusion of necklace?
“The Necklace” is a powerful story that warns against the dangers of materialism and the importance of being content with one’s own life. It also highlights the consequences of making poor decisions and the destructive nature of envy and jealousy.